Share this Post

कोच्चि तट के पास लाइबेरियाई कंटेनर जहाज डूबा, तटरक्षक बल का बचाव अभियान जारी

कोच्चि, संवाददाता।अरब सागर के जल में उस समय अफरातफरी मच गई जब लाइबेरिया के एक कंटेनर जहाज ‘एमएससी एल्सा-3’ ने शुक्रवार रात को कोच्चि तट के दक्षिण-पश्चिम में समुद्र में संकट संकेत भेजा। जहाज पर कुल 24 चालक दल के सदस्य सवार थे। गनीमत रही कि भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) की तत्परता ने नौ लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है, जबकि शेष 15 सदस्यों की तलाश और बचाव कार्य अब भी तेज़ी से जारी है।

26 डिग्री झुका जहाज, समुद्र में बढ़ा खतरा

जानकारी के अनुसार, यह कंटेनर जहाज 23 मई को विझिंजम बंदरगाह से रवाना हुआ था और कोच्चि की ओर जा रहा था। 24 मई की सुबह लगभग 38 समुद्री मील (करीब 70 किलोमीटर) दूर जब यह कोच्चि के पास पहुंचा, तब यह जहाज लगभग 26 डिग्री तक झुक गया, जिससे इसकी स्थिरता पर गंभीर संकट आ खड़ा हुआ। इसके तुरंत बाद संकट संकेत (Distress Signal) भेजा गया।

भारतीय तटरक्षक बल ने दिखाया दमखम

जैसे ही संकट का संकेत मिला, भारतीय तटरक्षक बल ने त्वरित और समन्वित बचाव अभियान चलाया। तटरक्षक पोत और विमान तत्काल रवाना किए गए। हवाई सहायता से जीवन रक्षक राफ्टें भी समुद्र में उतारी गईं, ताकि पानी में फंसे नाविकों को तत्काल राहत मिल सके।

आईसीजी अधिकारियों ने बताया कि अभी तक नौ चालक दल के सदस्यों को सुरक्षित बचाया जा चुका है, जिन्हें तटीय राहत केंद्र में चिकित्सा सहायता दी जा रही है। बाकी 15 सदस्यों को बचाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है।

समुद्री सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर

नौवहन महानिदेशालय (Directorate General of Shipping) ने भी तत्काल जहाज प्रबंधकों को निर्देश जारी किए हैं कि वे तटरक्षक बल के साथ समन्वय करते हुए राहत और बचाव में सहयोग करें। समुद्री सुरक्षा से जुड़ी सभी एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

तटरक्षक बल का साहसिक कार्य प्रशंसनीय

भारत सरकार के प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) द्वारा साझा की गई जानकारी में कहा गया है कि यह अभियान भारतीय तटरक्षक बल की पेशेवर दक्षता और समुद्री सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है। संकट की घड़ी में त्वरित प्रतिक्रिया ने एक बड़ी मानवीय त्रासदी को टालने में मदद की है।

आगे क्या?

जहाज के झुकाव और डूबने के पीछे क्या तकनीकी कारण रहे, यह जांच का विषय है। नौवहन विशेषज्ञों की टीम इस पर विचार कर रही है कि क्या जहाज का संतुलन बिगड़ने के पीछे अतिभार, खराब मौसम या तकनीकी खामी जिम्मेदार रही। साथ ही, समुद्र में संभावित तेल रिसाव की आशंका के चलते पर्यावरणीय निगरानी भी बढ़ा दी गई है।

By admin