आँपरेशन स्माईल: गुमशुदा बच्चो, महिलाओं व पुरूषों की तलाश एवं पुनर्वास हेतु अभियान

रुद्रप्रयाग- ऑपरेशन स्माइल को सफल बनाये जाने के हेतु जनपद रुद्रप्रयाग में नोडल अधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित हुई समन्वय गोष्ठी व कार्यशाला
उत्तराखण्ड पुलिस मुख्यालय की अपेक्षा के क्रम में सितम्बर माह की पहली तारीख से अगले 02 माह तक यानि दिनांक 01.09.2023 से 31.10.2023 तक उत्तराखण्ड राज्य के सभी जिलों से सम्बन्धित गुमशुदा बच्चो, महिलाओं व पुरूषों की तलाश एवं पुनर्वास हेतु आँपरेशन स्माईल अभियान चलाये जाने का निर्णय लिया गया है।
पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में जनपद मे गठित टीम व अन्य स्टेकहोल्डर्स विभागों के साथ नोडल अधिकारी ऑपरेशन स्माइल/पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन्स श्रीमती हर्षवर्द्धनी सुमन की अध्यक्षता में पुलिस कार्यालय रुद्रप्रयाग सभागार में एक समन्वय गोष्ठी व कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर गुमशुदा बच्चों, महिलाओं व पुरुषों के बरामद होने पर किस प्रकार से आगे की कार्यवाही की जानी है, इस सम्बन्ध में ऑपरेशन स्माइल टीम के सदस्यों को जानकारी प्रदान की गयी।
आपसी समन्वय गोष्ठी एवं कार्यशाला के साथ ही जिले के पुलिस कार्मिक जिनके द्वारा आगामी समय में “ऑपरेशन स्माइल” के तहत कार्य करना है, उनको निम्नानुसार निर्देश दिये गयेः-
1- अवगत कराया गया कि इस अभियान में गुमशुदा बच्चों के साथ ही गुमशुदा पुरुषों व महिलाओं की भी तलाशी की जायेगी, बरामदगी हेतु शेष रह गये गुमशुदाओं की सूची उपस्थित पुलिस टीम के सदस्यों से साझा की गयी।
2- फील्ड में गयी टीमों हेतु कार्यालय स्तर से जनपद में गठित एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के स्तर से तकनीकी सहयोग एवं अभियोजन अधिकारी के स्तर से विधिक सहायता प्रदान की जायेगी।
3- गुमशुदा/बरामद बच्चों व महिलाओं से पूछताछ का कार्य यथासम्भव महिला पुलिस कर्मियों से कराये जाने के निर्देश दिये गये।
4- ऑपरेशन स्माइल टीम के सभी सदस्यों को निर्देश दिये गये कि प्रारम्भ होने जा रहे अभियान के दौरान गुमशुदा बच्चों व महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता रखते हुये पूर्ण मनोयोग से अभियान को सफल बनाया जाये।
5- ऐसे स्थान जहां गुमशुदाओं के मिलने की सम्भावना अधिक है जैसे शेल्टर होम्स, नारी निकेतन, वृद्धाश्रम, संप्रेक्षण गृह, विशेष गृह, ढाबे, कारखाने, बस अड्डे, रेलवे स्टेशन, धार्मिक स्थान, आश्रम, धर्मशाला आदि में विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये गये।
6- कुछ मामलों में गुमशुदाओं का मिलान प्रदेश/सीमावर्ती राज्यों में बरामद लावारिस शवों से भी किये जाने के निर्देश दिये गये।
7- गुमशुदाओं के बरामद होने पर उनकी सुपुर्दगी व पुनर्वास के सम्बन्ध में नियमानुसार कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये।
8- बच्चों व महिलाओं से नियमानुसार पूछताछ किये जाने के निर्देश दिये गये तथा बरामद होने वाले बच्चों, महिला, पुरुषों के सम्बन्ध में किसी अपराध के घटित होने की जानकारी मिलने पर नियमानुसार कठोर वैधानिक कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिए गए।
इस अवसर पर अभियोजन विभाग से श्री प्रमोद चन्द्र आर्य, स्वास्थ्य विभाग से डॉ0 मनदीप कौशिक, अध्यक्ष सी0डब्लू0सी0 श्री शम्भु सिंह रावत, वन स्टॉप सेन्टर से सुलोचना, बाल विकास परियोजना विभाग से पुष्पा खत्री के अतिरिक्त पुलिस विभाग से उपनिरीक्षक राजबर सिंह राणा, उपनिरीक्षक राखी बिष्ट, आरक्षी सन्तोष, आरक्षी भूपेन्द्र सिंह, आरक्षी अनिल कुमार, महिला आरक्षी संतोषी देवली उपस्थित रहे।