चमोली -सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए, पुलिस अधीक्षक चमोली सर्वेश पंवार महोदय के निर्देशन में आज, 27 नवंबर 2024 को जनपद के सभी उपनिरीक्षकों को i-RAD (Integrated Road Accident Database) का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। यह प्रशिक्षण पुलिस कार्यालय सभागार में आयोजित किया गया, जिसमें i-RAD एप के प्रबंधक दीपक सिंह रावत ने उपनिरीक्षकों को एप्लिकेशन के विभिन्न तकनीकी पहलुओं और इसके उपयोग के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
i-RAD योजना का उद्देश्य
i-RAD योजना भारतीय सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं को कम करने और उनकी गंभीरता को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। यह एक तकनीकी समाधान है जो पुलिसकर्मियों को दुर्घटनाओं के डेटा संग्रहण, विश्लेषण और प्रबंधन में सहायता करता है। इस एप के माध्यम से पुलिस अधिकारी दुर्घटनाओं के कारणों का पता लगा सकते हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठा सकते हैं।
प्रशिक्षण का महत्व
प्रशिक्षण सत्र में उपनिरीक्षकों को बताया गया कि i-RAD एप का सही उपयोग करके वे दुर्घटनाओं से संबंधित डेटा को समय पर एकत्रित कर सकते हैं। इस एप्लिकेशन के जरिए जानकारी को डिजिटल रूप से दर्ज किया जा सकता है, जिससे प्रक्रिया में तेजी आती है और रिपोर्टिंग में पारदर्शिता बढ़ती है। साथ ही, यह एप नागरिकों को भी दुर्घटनाओं की रिपोर्ट करने की सुविधा प्रदान करता है, जिससे पुलिस को तत्काल प्रतिक्रिया देने में मदद मिलती है।
दुर्घटनाओं की रोकथाम के उपाय
इस प्रशिक्षण के माध्यम से पुलिसकर्मियों की कार्यकुशलता में वृद्धि होगी और सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। उपनिरीक्षकों को यह समझाया गया कि i-RAD एप के जरिए दुर्घटनाओं के कारणों का विश्लेषण करके सड़क सुरक्षा उपायों को प्रभावी रूप से लागू किया जा सकता है, जिससे भविष्य में दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आएगी।
इस पहल से यह उम्मीद जताई जा रही है कि चमोली जिले में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के प्रयासों को और अधिक मजबूती मिलेगी और पुलिस को दुर्घटनाओं से संबंधित डेटा को बेहतर तरीके से इकट्ठा, विश्लेषित और प्रबंधित करने में मदद मिलेगी।