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कानपुर बना विकास की नई पहचान: प्रधानमंत्री मोदी ने ₹47,600 करोड़ की योजनाओं की दी सौगात, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का किया जिक्र

कानपुर, 30 मई। उत्तर प्रदेश का औद्योगिक शहर कानपुर गुरुवार को एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बना जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां ₹47,600 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं की सौगात दी। यह अवसर केवल योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास का नहीं, बल्कि देश को आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक और बड़ा कदम बढ़ाने का था। मंच से प्रधानमंत्री मोदी ने जहां एक ओर देश की प्रगति का खाका खींचा, वहीं दूसरी ओर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र कर देशवासियों में सुरक्षा और गर्व का भाव भी भरा।

कानपुर की धरती से विकास की नई उड़ान

प्रधानमंत्री मोदी ने बीएनएसडी इंटर कॉलेज मैदान से एक साथ कई बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमें ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, रेलवे के आधुनिकीकरण कार्य, औद्योगिक पार्क, डिफेंस कॉरिडोर परियोजनाएं और स्मार्ट सिटी मिशन के तहत कई काम शामिल रहे। कुल निवेश ₹47,600 करोड़ से अधिक का रहा, जो उत्तर भारत में अब तक की सबसे बड़ी परियोजना घोषणाओं में एक है।

प्रमुख घोषणाएं:

  • कानपुर मेट्रो विस्तार: पहले चरण के बाद अब दूसरे चरण के लिए ₹8,000 करोड़ की योजना।
  • गंगा एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी: कानपुर को दिल्ली-वाराणसी कॉरिडोर से जोड़ेगा नया फेज।
  • डिफेंस कॉरिडोर को मजबूती: पीएम मोदी ने बताया कि यूपी डिफेंस कॉरिडोर के तहत कानपुर को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाया जाएगा।
  • कानपुर इंडस्ट्रियल पार्क: कानपुर देहात में 1,500 एकड़ भूमि पर मेगा इंडस्ट्रियल पार्क की घोषणा।
  • रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर: नई ट्रेनों, इलेक्ट्रिफिकेशन और प्लेटफॉर्म विस्तार की ₹2,600 करोड़ की परियोजना।

प्रधानमंत्री ने कहा, “कानपुर अब केवल उद्योग और शिक्षा का शहर नहीं, बल्कि आधुनिक भारत का नेतृत्व करने वाला केंद्र बनेगा।”

‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र: भारत की बहादुरी का प्रतीक

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने हाल में चर्चित ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की चर्चा करते हुए कहा, “भारत अब कमजोर नहीं, निर्णायक कार्रवाई वाला देश है। जब हमारी बेटियों को कहीं रोका गया, हमने ऑपरेशन सिंदूर के तहत उन्हें सुरक्षित वापस लाने का कार्य किया। यह नया भारत है जो आतंकवाद और अत्याचार का मुंहतोड़ जवाब देना जानता है।”

ऑपरेशन सिंदूर, जिसकी सफलता की कहानी हाल ही में सामने आई, भारत की खुफिया और रेस्क्यू एजेंसियों की एक अद्वितीय कार्रवाई रही, जिसके तहत विदेश में फंसी भारतीय महिलाओं को सुरक्षित स्वदेश लाया गया।

‘वोकल फॉर लोकल’ और आत्मनिर्भर भारत का मंत्र

कानपुर टेक्सटाइल, चमड़ा और हथकरघा उद्योगों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “कानपुर देश को आत्मनिर्भर बनाने में अग्रणी भूमिका निभा सकता है। अब समय है कि हम ‘वोकल फॉर लोकल’ को जीवनशैली का हिस्सा बनाएं।”

उन्होंने बताया कि आने वाले पांच वर्षों में केंद्र सरकार कानपुर के लघु और मध्यम उद्योगों को ₹10,000 करोड़ की क्रेडिट सुविधा देने की योजना बना रही है।

युवाओं को तकनीक और रोजगार का वादा

प्रधानमंत्री ने आईआईटी कानपुर और हेल्थ साइंस यूनिवर्सिटी को डिजिटल इंडिया मिशन के तहत नया टेक्नोलॉजी हब बनाने का रोडमैप साझा किया। उन्होंने कहा कि कानपुर को “स्टार्टअप इनोवेशन क्लस्टर” में बदला जाएगा, जिससे 5 साल में एक लाख से अधिक युवाओं को रोजगार मिलेगा।

गंगा को लेकर भावुक हुए पीएम मोदी

गंगा की ओर इशारा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “माँ गंगा का आशीर्वाद इस क्षेत्र पर है। हमारी सरकार ने ‘नमामि गंगे’ मिशन से न केवल नदी को स्वच्छ किया, बल्कि उससे जुड़े हजारों परिवारों को आजीविका भी दी है। अब कानपुर में गंगा किनारे ईको-टूरिज्म और जल-पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा।”

‘2024 नहीं, 2047 तक का रोडमैप है ये’

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह योजनाएं केवल चुनावी घोषणाएं नहीं, बल्कि 2047 तक भारत को विश्वगुरु बनाने की नींव हैं। उन्होंने कहा, “हमारे हर कार्य के पीछे दूरदर्शिता है। 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना हमारा संकल्प है, और कानपुर इसमें प्रमुख भूमिका निभाएगा।”

सीएम योगी और पीएम मोदी की साझा रणनीति

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश आज डबल इंजन सरकार के सहयोग से देश का ग्रोथ इंजन बन चुका है। उन्होंने बताया कि कानून-व्यवस्था, निवेश और महिला सुरक्षा में उत्तर प्रदेश ने अभूतपूर्व प्रगति की है।

जनता से संवाद और ‘सबका साथ, सबका विकास’ की पुनर्पुष्टि

प्रधानमंत्री मोदी ने मंच से जनता को संबोधित करते हुए कहा, “आपके आशीर्वाद से हम सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना को साकार कर रहे हैं। कानपुर इसका साक्षी बनेगा।”

कानपुर में प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा केवल विकास की योजनाओं की घोषणाओं तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह भारत के आत्मविश्वास, सुरक्षा, स्वाभिमान और भविष्य के विजन की तस्वीर बनकर उभरा। ऑपरेशन सिंदूर से लेकर टेक्नोलॉजी पार्क और औद्योगिक क्रांति तक, यह कार्यक्रम 21वीं सदी के भारत की नई परिभाषा का दस्तावेज बन गया।

 

By admin