मुख्य सचिव ने ली बैठक, 16वें वित्त आयोग के उत्तराखण्ड दौरे की तैयारियों का लिया जायजा
संवाददाता
देहरादून। उत्तराखण्ड शासन के मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन ने सोमवार को सचिवालय में 16वें वित्त आयोग के संभावित राज्य दौरे की तैयारियों को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक ली। इस दौरान उन्होंने आयोग के आगमन से लेकर प्रस्थान तक के समस्त कार्यक्रम, बैठकें और व्यवस्थाओं की विस्तृत समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि वित्त आयोग के सदस्यों के स्वागत से लेकर उनके ठहरने, यातायात, सुरक्षा और बैठक स्थलों की समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रोटोकॉल के अनुरूप सम्पर्क अधिकारियों की नियुक्ति समय रहते कर ली जाए तथा उनसे अपेक्षित कार्यों को भली-भांति समझा दिया जाए।
देहरादून और नैनीताल में होंगे संवाद, मीडिया से भी करेंगे रूबरू
बैठक में बताया गया कि आयोग का दल अपने उत्तराखण्ड प्रवास के दौरान देहरादून एवं नैनीताल में विभिन्न हितधारकों के साथ संवाद करेगा। इन बैठकों में स्थानीय प्रशासन, व्यापारिक प्रतिनिधियों, नगर निकायों, पंचायतों और अन्य संगठनों से फीडबैक लिया जाएगा। साथ ही आयोग एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी आयोजित करेगा, जिसकी सभी आवश्यक तैयारियों के निर्देश भी मुख्य सचिव ने दिए।
मुख्य सचिव बर्द्धन ने निर्देश दिए कि सभी प्रस्तावित बैठकों के लिए समयबद्ध एजेंडा तैयार किया जाए और बैठकों की पृष्ठभूमि से संबंधित विषय वस्तु का पूर्वाभ्यास संबंधित अधिकारियों द्वारा किया जाए। उन्होंने कहा कि आयोग के समक्ष राज्य की आवश्यकताओं एवं मांगों को स्पष्ट, तथ्यात्मक और केन्द्रित दृष्टिकोण के साथ रखा जाना चाहिए।
बदरीनाथ-केदारनाथ दौरे पर भी विशेष ध्यान
बैठक में यह भी बताया गया कि आयोग का दल श्री बदरीनाथ एवं श्री केदारनाथ धाम का भी भ्रमण करेगा। इस संबंध में मुख्य सचिव ने मौसम की अनिश्चितता को ध्यान में रखते हुए वैकल्पिक व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि मौसम अनुकूल न हो, तो वैकल्पिक भ्रमण योजना, विशेष प्रस्तुतीकरण अथवा वर्चुअल माध्यम से दर्शन एवं प्रस्तुति की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
सभी विभाग समन्वय से करें कार्य
मुख्य सचिव ने सभी संबंधित विभागों को आपसी समन्वय और सहयोग से कार्य करने को कहा ताकि आयोग के समक्ष राज्य की विकास आवश्यकताओं को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया जा सके। उन्होंने कहा कि यह राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण अवसर है, अतः इसकी तैयारियों में किसी प्रकार की कोताही नहीं होनी चाहिए।
इस अवसर पर सचिव श्री दिलीप जावलकर, वित्त विभाग, योजना विभाग, लोक निर्माण विभाग, पर्यटन विभाग, सूचना विभाग सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।