हर्षित गुप्ता ने सीबीएसई 12वीं में हासिल किए 90.4% अंक
आईटी इंजीनियर बनकर देश सेवा का है सपना, माता-पिता दोनों चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े
हरिद्वार, 13 मई (संवाददाता):सीबीएसई कक्षा 12वीं के परीक्षा परिणामों में हरिद्वार के हर्षित गुप्ता ने 90.4 प्रतिशत अंक प्राप्त कर न केवल अपने परिवार का बल्कि जिले का नाम भी रोशन किया है। विज्ञान संकाय से परीक्षा देने वाले हर्षित का लक्ष्य है आईटी इंजीनियर बनकर देश के तकनीकी विकास में योगदान देना।
चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े माता-पिता, बेटा तकनीक की ओर अग्रसर
हर्षित के पिता डॉ. राजीव कुरेले वर्तमान में आयुर्वेद विश्वविद्यालय, हर्रावाला (देहरादून) में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं, जबकि उनकी माता डॉ. रजनी गुप्ता एक होम्योपैथिक चिकित्सक हैं। परिवार में पढ़ाई का माहौल शुरू से रहा, जिसका प्रभाव हर्षित की पढ़ाई में भी देखने को मिला।
गूगल या माइक्रोसॉफ्ट में नौकरी करने का सपना
हर्षित ने बताया कि उसका सपना है कि वह गूगल या माइक्रोसॉफ्ट जैसी प्रतिष्ठित वैश्विक कंपनियों में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में कार्य करे। वह वर्तमान में जेईई की तैयारी में जुटे हैं और तकनीकी क्षेत्र में खुद को स्थापित करना चाहते हैं।
“अंकों से ज्यादा जरूरी है सीखने की जिज्ञासा और मेहनत। मैं हमेशा अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहूंगा।” – हर्षित गुप्ता
संतुलित दिनचर्या और मोबाइल से दूरी ने दिलाई सफलता
हर्षित का मानना है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। उन्होंने बताया कि उन्होंने रोज़ाना तय समय पर पढ़ाई की, मनोरंजन को सीमित रखा और मोबाइल फोन से दूरी बनाई। उन्होंने योग और ध्यान को भी अपनी पढ़ाई का हिस्सा बताया।
स्कूल ने दी मजबूत नींव
हर्षित ने अपनी सफलता का श्रेय स्कूल के शिक्षकों और प्रबंधन को भी दिया। उनका कहना है कि कठिन समय में शिक्षकों ने न केवल शैक्षणिक बल्कि मानसिक रूप से भी उन्हें मजबूत किया।
प्रधानाचार्य ने की सराहना
विद्यालय के प्रधानाचार्य ने हर्षित को बधाई देते हुए कहा,
“हर्षित जैसा विद्यार्थी किसी भी संस्था की शान होता है। उसकी लगन और अनुशासन हमारे अन्य विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्रोत है।”
‘एग्जाम वॉरियर्स’ से मिली मानसिक मजबूती
हर्षित ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पुस्तक ‘Exam Warriors’ को भी अपनी प्रेरणा बताया। उन्होंने कहा कि परीक्षा के तनाव को समझने और उससे निपटने के लिए यह पुस्तक हर छात्र को अवश्य पढ़नी चाहिए।
डॉक्टर माता-पिता को बेटे की मेहनत पर गर्व
डॉ. राजीव कुरेले और डॉ. रजनी गुप्ता ने कहा कि,
“हर्षित बचपन से ही गंभीर और लक्ष्य पर केंद्रित रहा है। हम उसके उज्ज्वल भविष्य के लिए हमेशा साथ रहेंगे।”
वे मानते हैं कि शिक्षा ही व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाती है, और हर्षित इस दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।
हरिद्वार को मिली एक नई प्रतिभा, तकनीकी भविष्य की आशा
हर्षित गुप्ता ने यह सिद्ध कर दिया है कि यदि दृढ़ संकल्प, पारिवारिक सहयोग और सही मार्गदर्शन हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं। हरिद्वार की यह होनहार प्रतिभा आने वाले समय में देश का तकनीकी सितारा बन सकती है।