मेडिकल कॉलेज के प्रशिक्षु डॉक्टरों द्वारा इंटर कॉलेज डांगचौरा में नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया

प्रदीप कुमार

कीर्तिनगर/श्रीनगर गढ़वाल। विश्व क्षय रोग दिवस 2024 के अवसर पर राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर गढ़वाल के ग्रामीण स्वास्थ्य प्रशिक्षण केंद्र (आरएचटीसी) प्रशिक्षु चिकित्सकों,पोस्ट ग्रेजुएट डॉक्टरों एवं मेडीकल सोशल वर्करों द्वारा राजकीय पीएम श्री इंटर कॉलेज डांगचौरा में नुक्कड़-नाटक, पोस्टरों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया गया। जिसमें टीम द्वारा टीबी की बीमारी के बारे में छात्र/छात्राओं को बताया गया। इस दौरान बताया गया की क्षय रोग (टीबी) एक गंभीर बीमारी है जो मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करती है। तपेदिक का कारण बनने वाले रोगाणु एक प्रकार के जीवाणु होते हैं। टीबी तब फैल सकता है जब बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति खांसता,छींकता या गाता है। यह कीटाणुओं के साथ छोटी बूंदें हवा में डाल सकता है। फिर कोई अन्य व्यक्ति बूंदों में सांस ले सकता है,और रोगाणु फेफड़ों में प्रवेश कर जाते हैं। इस दौरान छात्रों को बताया गया कि जहां लोग भीड़ में इकट्ठा होते हैं या जहां लोग भीड़-भाड़ वाली परिस्थितियों में रहते हैं, वहां तपेदिक आसानी से फैलता है। एचआईवी/एड्स से पीड़ित लोगों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले अन्य लोगों में सामान्य प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों की तुलना में तपेदिक होने का खतरा अधिक होता है। एंटीबायोटिक्स नामक दवाएं तपेदिक का इलाज कर सकती हैं। लेकिन बैक्टीरिया के कुछ रूप अब उपचारों पर अच्छी प्रतिक्रिया नहीं देते हैं। संक्रमित होने से पहले आमतौर पर लंबे समय तक सक्रिय टीबी से पीड़ित किसी व्यक्ति के संपर्क में रहना पड़ता है। संक्रमण रोकथाम के बारे में बताया गया कि अपने हाथ अच्छी तरह से और बार-बार धोएं। कोहनी में खांसना या खांसते समय अपना मुंह ढकना। अन्य लोगों के साथ निकट संपर्क से बचना। यह सुनिश्चित करना कि आप अपनी सभी दवाएँ सही ढंग से लें। जब तक आपको आपके स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा अनुमति न दे दी जाए, तब तक काम या स्कूल में न लौटें। इस अवसर पर पोस्टरों के माध्यम से भी जागरूक किया गया। कार्यक्रम के अवसर संस्थान एलएमओ डॉ.अर्चना भट्ट,एमएसडब्ल्यू बिजेन्द्र सिंह, हिमांशु रावत,मीना,डॉ.उषा,डॉ.अजीम (पीजी डॉक्टर), प्रशिक्षु डॉक्टर एवं विद्यालय के प्रधानाचार्य/कर्मचारीगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।