प्रदीप कुमार
रूद्रप्रयाग/श्रीनगर गढ़वाल। जिलाधिकारी ने गुरुवार को यात्रा से जुड़े सभी अधिकारियों के साथ कुंड से लेकर गौरीकुंड तक सड़क, बिजली- पानी की आपूर्ति, पार्किंग सहित आदि अनिवार्य व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए संबंधित अधिकारियों को आगामी यात्रा के लिए अभी से सभी तैयारियां पूर्ण करने की निर्देश दिए। राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा किए जा रहे सड़क निर्माण कार्यों को यात्रा शुरू होने से पूर्व ही पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग एवं संबंधित एजेंसियों द्वारा किए जा रहे रोड कटिंग कार्य 31 जनवरी तक अनिवार्य रूप से पूर्ण करने के निर्देश दिए। कुंड बैराज के समीप निर्माणाधीन सुरक्षा दीवार का कार्य अनिवार्य रूप से 15 जनवरी से पूर्व शुरू करने की निर्देश दिए। वहीं सेमी ग्राम के समीप करीब 2 किलोमीटर सिंकिंग जोन का सुधारीकरण एवं आरसीसी कार्य गुणवत्ता पूर्ण तरीके से यात्रा शुरू होने से पहले पूर्ण करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सड़क निर्माण एवं सुधारीकरण के दौरान निकल रहे मलवे का निस्तारण भी कटिंग के साथ लगातार करने की निर्देश दिए। ताकि मलवे के चलते यातायात किसी भी हालत में अवरुद्ध न हो।
यात्रा के दौरान यात्रा मार्ग पर जाम की समस्या ना हो एवं यातायात निर्बाध रूप से संचालित होता रहे इसके लिए जिलाधिकारी ने यात्रा मार्ग में कई स्थानों पर पार्किंग स्थल भी चिन्हित किए। उन्होंने मैंखंडा, फटा एवं रामपुर डाट पुलिया के पास में पार्किंग के लिए स्थान चिन्हित कर राष्ट्रीय राजमार्ग एवं संबंधित एजेंसियों को स्थलों का सर्वे कर पार्किंग के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। वहीं रामपुर डाट पुलिया के समीप पार्किंग के साथ ही पर्यटन विभाग के सहयोग से सौंदर्यकरण एवं व्यू प्वाइंट विकसित करने का प्रस्ताव भी तैयार करने की निर्देश दिए। वहीं सोनप्रयाग पुल के समीप वाहनों की आवाजाही के लिए पर्याप्त स्थान तैयार करने की संभावनाएं देखते हुए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। वहीं गौरीकुंड शटल पार्किंग स्थल के चौड़ीकरण एवं पार्किंग को डबल स्टोरी विकसित करने के लिए भी एक सप्ताह के भीतर प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश डीडीएमए को दिए। गौरीकुंड बाजार में सेक्टर ऑफिस एवं डण्डी-कंडी बुकिंग ऑफिस के सुधारीकरण का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश डीडीएमए को दिए।
गौरीकुंड से बाबा केदारनाथ को जा रहे पैदल ट्रैकिंग मार्ग पर भीड़ एवं जाम की स्थिति से निजात पाने के लिए जिलाधिकारी ने श्री गौरी माई मंदिर के समीप से वैकल्पिक मार्ग की सम्भावनाएं देखते हुए इसका प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश भी दिए। गौरी मंदिर के समीप पेयजल निगम द्वारा किए जा रहे सीवेज समेत अन्य कार्यों को 20 फरवरी तक अनिवार्य रूप से पूर्ण करने के निर्देश भी जिलाधिकारी ने दिए। मुनकुटिया से गौरीकुंड-घोड़ा पड़ाव तक घोड़े- खच्चर के लिए तैयार पैदल मार्ग को दुरुस्त करने के साथ ही पूरे मार्ग में सोलर एवं विद्युत लाइट लगवाने का प्रस्ताव भी तैयार करने के निर्देश भी डीडीएमए को दिए।
जिलाधिकारी ने सिंचाई खंड केदारनाथ को गौरीकुंड से लेकर सोनप्रयाग शटल सेवा के शुरुआती स्थल तक नदी सुधारीकरण के लिए संभावित स्थानों पर सुरक्षा दीवार निर्माण करने के निर्देश दिए। वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग को भी इस बीच सभी संभावित स्थानों पर सड़क सुधारीकरण एवं इंटरलॉकिंग करवाने के निर्देश दिए। इसके अलावा सोनप्रयाग शटल शिव पुलिया के समीप जिला प्रशासन की शेड एवं अन्य बिल्डिंगों के सौंदर्य करण के निर्देश भी दिए। उन्होंने संभावित स्थानों पर एपण कला करने के भी निर्देश दिए।
इस अवसर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीकेटीसी योगेंद्र सिंह, उप जिलाधिकारी ऊखीमठ अनिल शुक्ला,खनन अधिकारी डॉ.दीपक हटवाल,सीओ हर्षवर्धनी सुमन, विमल रावत, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवाड़, अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग निर्भय सिंह,अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग मनोज भट्ट,अधिशासी अभियंता सिंचाई राजेश नौटियाल, तहसीलदार ऊखीमठ दीवान सिंह राणा सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।