ओंकारेश्वर मंदिर में तुंगनाथ घाटी व ऊखीमठ क्षेत्र को विकसित करने के साथ ही योग ध्यान गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से होम स्टे ऐसोसिएशन द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

* प्रदीप कुमार

ऊखीमठ/श्रीनगर गढ़वाल। भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर को वैदिक विवाह स्थल के रूप में विकसित करने तथा मदमहेश्वर घाटी, तुंगनाथ घाटी व ऊखीमठ क्षेत्र में योग तथा ध्यान गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पंच केदार होटल/होम स्टे ऐसोसिएशन के तत्वावधान में ओकारेश्वर मन्दिर परिसर में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार लक्ष्मण सिंह नेगी ने बताया कि कार्यशाला में विभिन्न क्षेत्रों की महिला मंगल दलों, कीर्तन मण्डलियों व शैक्षणिक संस्थाओं के द्वारा मांगल गीतों, नुक्कड़ नाटकों व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुतियां दी गयी जिसका दर्शकों ने देर सांय तक भरपूर लुफ्त उठाया। कार्यशाला में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले समाज सेवियों को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए सीमान्त अनुश्रवण परिषद उपाध्यक्ष ( राज्य मंत्री) चण्डी प्रसाद भट्ट ने कहा कि केदार घाटी में योग व ध्यान को बढ़ावा देने से स्थानीय तीर्थाटन,पर्यटन व्यवसाय में भारी इजाफा हो सकता है। उन्होंने पंच केदार होम स्टे ऐसोसिएशन के प्रयासों की भूरी-भूरी प्रशंसा की। उत्तराखंड पलायन आयोग सदस्य रंजना रावत ने कहा कि भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर को वैदिक विवाह स्थल के रूप में विकसित करने से क्षेत्र के पर्यटन व्यवसाय वर्ष भर संचालित हो सकता है। निवर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा ने कहा कि ओकारेश्वर मन्दिर की विशिष्ट पहचान है। कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ प्रदेश महामंत्री आनन्द सिंह रावत ने कहा कि ओकारेश्वर मन्दिर को वैदिक विवाह स्थल के रूप में विकसित करने के लिए सामूहिक पहल करनी होगी। जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा ने कहा कि यदि क्षेत्र में योग व ध्यान केन्द्र खोलने के प्रयास होते हैं तो युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होगें। व्यापार संघ अध्यक्ष राजीव भट्ट ने कहा कि ओकारेश्वर मन्दिर में उषा अनिरुद्ध का विवाह मण्डप उनके विवाह का साक्षी है। ऐसोसिएशन अध्यक्ष डॉ.कैलाश पुष्वाण ने सभी मन्चासिन अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आने वाले समय में भी इस प्रकार की कार्यशालाएं आयोजित की जायेगी। कार्यशाला का संचालन मुकेश नेगी व नन्दन सिंह रावत ने सयुक्त रूप से किया जबकि मुकन्दी सिंह रावत व नवीन शैव ने संगीत पर साथ दिया। कार्यशाला में केदार घाटी के प्रसिद्ध रंगकर्मी लखपत राणा, देवेन्द्र रावत, यशपाल नेगी, गौर सिंह नेगी, हेमा देवी, नवदीप नेगी, भूपेन्द्र राणा, ईश्वर लिंग अजय जुगराण सहित विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले समाज सेवियों को सम्मानित किया गया। कार्यशाला में विभिन्न क्षेत्रों की महिला मंगल दलों, कीर्तन मण्डलियों व शैक्षणिक संस्थाओं के नौनिहालों द्वारा मांगल गीतों, नुक्कड़ नाटकों व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुतियां दी जबकि हुण्डू निवासी नेन्शी राणा का योगासन प्रमुख रहा। इस मौके पर प्रधान पुजारी शिव शंकर लिंग, संरक्षक दिनेश तिवारी, सचिव उपेन्द्र भटट्, उपाध्यक्ष नरेन्द्र रावत, कोषाध्यक्ष जितेन्द्र राणा, जय माँ काली मदमहेश्वर घाटी जीप टैक्सी यूनियन अध्यक्ष प्रकाश पंवार, वेदपाठी विश्व मोहन जमलोकी, नवीन मैठाणी, राजीव गैरोला, प्रधान संगठन ब्लॉक संरक्षक सन्दीप पुष्वाण, देवी प्रसाद तिवारी, जगत सिंह पंवार, मदन भटट्, राकेश नेगी, योगेन्द्र नेगी, दलवीर रावत, मनोज नेगी, प्रदीप धर्म्वाण,आशीष नौटियाल, डॉ.अजनेश पंवार, पवन राणा जगदीश प्रसाद मैठाणी, जगदीश नेगी, रवीन्द्र पुष्वाण मनोरमा देवी सहित विभिन्न क्षेत्रों के जनप्रतिनिधि, तुंगनाथ, मदमहेश्वर घाटियों के पांच दर्जन से अधिक होटल मालिक व विभिन्न क्षेत्रों की महिलाएं मौजूद रहे।