*प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा जनपद चमोली में सात दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन राष्ट्रीय,शैक्षिक तथा समाजोपयोगी उद्देश्यों एवं जन जागरुकता अभियान के साथ राष्ट्रीय सेवा योजना (एन.एस.एस) के सात दिवसीय शिविरों / विशेष शिविरों का आयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना के विभिन्न इकाइयों के द्वारा किया जा रहा है। शीतकालीन अवकाश में अधिक से अधिक शिविरों के आयोजन, निरीक्षण एवं मूल्यांकन का लक्ष्य रखा गया है जिससे विद्यार्थी पढ़ाई के साथ साथ समाज सेवा में भी अग्रणी रहें। राष्ट्रीय सेवा योजना भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय दिल्ली एवं उत्तराखंड युवा कार्यक्रम विभाग के अंतर्गत संचालित स्वयंसेवी योजना है। जिसके अंतर्गत स्वयंसेवियों का माध्यमिक शिक्षा स्तर,उच्च शिक्षा संस्थान, संस्कृत शिक्षा संस्थान, प्राविधिक शिक्षा संस्थान एवं विभिन्न प्रकार के विश्वविद्यालय / कालेजों में पंजीकृत स्वयंसेवियों के द्वारा अपने अध्धयन अवधि में सेवित विद्यालय, संस्थान, कालेज एवं विश्वविद्यालय के सेवित क्षेत्र में एक दिवसीय शिविर तथा साथ दिवसीय शिविर / विशेष शिविरों के अंतर्गत 2 वर्ष तक पंजीकृत होकर तथा पास आउट होकर भी समस्त गतिविधिया जिसमें राष्ट्रीय, शैक्षिक , सामाजिक, सांस्कृतिक ,साक्षरता, क्लीन इंडिया मिशन, फिट इंडिया मिशन, पर्यावरण संरक्षण, पॉलीथिन उन्मूलन, झाड़ी उन्मूलन,वृक्षारोपण, नमामि गंगे, स्वच्छ विद्यालय, स्वच्छ ग्राम, स्वच्छ भारत अभियान, स्पर्श गंगा अभियान, मिशन शिक्षण कोशिश, क्रियात्मक साक्षरता, कानूनी साक्षरता, संख्यात्मक साक्षरता, नशा मुक्ति अभियान, संस्कार युक्त उत्तराखंड नशा मुक्त उत्तराखंड, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान,सब पढ़ें सब बढ़ें ,नेट बैंकिंग,ऑनलाइन व ऑफलाइन शॉपिंग,डिजिटल इंडिया मोमेंट,एवं विज्ञान एवं तकनीकी से संबंधित संपूर्ण जानकारी के साथ एक दिवसीय शिविरों के अंतर्गत स्वयंसेवी अपने कार्यक्रम अधिकारी तथा मार्गदर्शक शिक्षक / शिक्षिका के साथ समूहों में राष्ट्रीय तथा समाजोपयोगी परियोजना कार्यों एवं गतिविधियों का सफलतापूर्वक निर्वाहन कर रहे हैं। तथा सेवित क्षेत्रों / गांवों में भ्रमण कर ज्वलंत विषयों पर रैली, नुक्कड़ नाटक, भाषण, वाद विवाद प्रतियोगिता,खेल कूद एवं जन सम्पर्क से जन जागरुकता अभियान चलाकर सेवित क्षेत्र के ग्रामीणों को जागरूक कर रहे हैं। सात दिवसीय शिविर में शिविरार्थी अंगीकृत क्षेत्र के विद्यालयों , पंचायत भवन एवं मिलन केंद्रों में आश्रय लेकर समूह बनाकर जन जागरूकता रैली, जनसंपर्क, घर-घर द्वार पथ भ्रमण, सांस्कृतिक कार्यक्रम, रैलियां , क्रियात्मक साक्षरता, संख्यात्मक साक्षरता, स्वछता कार्यक्रम, बौद्धिक कार्यक्रम, नुक्कड़ नाटक, स्वास्थ्य कार्यक्रम, पर्यावरण संरक्षण, स्पर्श गंगा अभियान, नमामि गंगे अभियान,आपदा प्रबंधन बचाव कार्य,रक्त दान शिविर,पोलियो उन्मूलन अभियान,पालीथीन उन्मूलन अभियान,नशामुक्ति अभियान, हिमालय बचाओ अभियान,दहेज प्रथा निवारण,सामाजिक अन्धविश्वास,जातिवाद,धर्मवाद, क्षेत्रवाद,भाषावाद,लिंग भेद, पुलिस प्रशिक्षण कार्यक्रम, साहसिक कार्य, कुशल नेतृत्व क्षमता,समन्वय की भावना, विषम परिस्थितियों में जीने की कला, परिवार से बाहर रहकर सहपाठियों से समूह के माध्यम से शिविरार्थियों को आत्मनिर्भर बनाकर सेवित क्षेत्र,ग्राम तथा मलिन बस्तियों को समाज की मुख्य धारा में जोड़कर सदभावना,सहिष्णुता, प्रेम, संगठन, समरसता,प्रतिस्पर्धा, पर्यावरण संरक्षण,सभ्य समाज, सभ्य नागरिक, डिजिटल इंडिया मोमेंट,विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से सात दिवसीय शिविर में सात दिन रात तक शिविरार्थी के रूप में अनुशासित,समय निष्ठा, सत्यनिष्ठा,लग्नशीलता, तन मन धन के साथ जन सम्पर्क तथा जन जागरूकता कार्यक्रमों से सेवित क्षेत्रों/मलिन बस्तियों/ग्रामों के हर नागरिक , समाजसेवी,विद्यार्थी, बुजुर्ग, महिला पुरुष,बच्चों, युवाओं एवं समाज को जागरूक कर रहे हैं। शिविरार्थी प्रातः काल से लेकर समीक्षा बैठक व रात्रि विश्राम से पूर्व शिविरार्थी दिन रात प्रकृति के शिविर में “सेवा अस्मांकम धर्म:” पूर्ण मनोयोग,समर्पण एवं सेवाभाव से राष्ट्रीय सेवा योजना तथा भारत सरकार, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, नई दिल्ली एवं युवा कार्यक्रम विभाग उत्तराखंड के मुख्य उद्देश्यों एवं लक्ष्यों से विषम परिस्थितियों में विद्यालय तथा शिविरों में रहकर अपने आप को जीने की कला , समूह में रहकर टीम भावना से कार्य करते हुए स्वयं प्रेरित होकर समाज को जागरूक कर रहे हैं। जिससे प्रत्यक्ष वचन “स्वयं से पहले आप “तथा “सेवा अस्मांकम धर्म:”मूल मंत्र से अनुशासित, सत्य निष्ठा ईमानदार एवं कल्याणकारी बनकर मानव तथा राष्ट्र सेवा में अपनी अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। राष्ट्रीय सेवा योजना भारत सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है जो स्वयंसेवी में प्रेरणा जगा कर आत्मनिर्भर बनाता है तथा समाज में मिलजुल कर रहने के लिए प्रेरित करता है। इस कार्यक्रम को जिला समन्वयक,जनपद चमोली जगदीश टम्टा के द्वारा अभी तक जनपद के राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत विभिन्न एक दिवसीय तथा सात दिवसीय शिविरों का निरीक्षण किया गया है। जिसमें राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई राजकीय बालिका इंटर कॉलेज जोशीमठ,राजकीय बालिका इंटर कॉलेज गौचर, सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेजजोशीमठ,राजकीय इंटर कॉलेज गौचर,राजकीय इंटर कॉलेज नागनाथ पोखरी,राजकीय इंटर कॉलेज गोदली,राजकीय इंटर कॉलेज कुशरानी बच्छुवावाण, राजकीय इंटर कॉलेज गैरसैंण,अटल राजकीय इंटर कॉलेज रोहिड़ा,राजकीय इंटर कॉलेज भराड़ीसैंण,अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज गोपेश्वर, अटल राजकिया इंटर कॉलेज नागनाथ पोखरी, पी.एम.अटल राजकीय इंटर कॉलेज रडुवा चांदनीखाल, सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज जोशीमठ, सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज गौचर एवं राजकीय इंटर कॉलेज कांसुवा गैरसैंण चमोली इकाइयों का आज तक जिला समन्वयक, जनपद चमोली गढ़वाल जगदीश टम्टा द्वारा निरीक्षण तथा मूल्यांकन किया जा चुका है तथा जनपद में अभी तक उच्च शिक्षा संस्थान, प्राविधिक शिक्षा प्रकोष्ठ तथा माध्यमिक शिक्षा प्रकोष्ठ में अभी तक कई इकाइयों के शिविर अवशेष हैं। जिसमें सेवित क्षेत्रों/ग्रामों के ग्राम प्रधानों,जन प्रतिनिधियों,युवक मंगल दल, महिला मंगल दल,बुजुर्ग,बच्चों, समाजसेवियों,ग्रामीणों एवं स्वयंसेवियों का भरपूर सहयोग मिल रहा है। राष्ट्रीय सेवा योजना परिवार जनपद चमोली इन सभी का आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित करते हुए इसी प्रकार भविष्य में भी सहयोग की अपेक्षा करता है। सात दिवसीय विशेष शिविरों का आयोजन 31 मार्च 2024 से पूर्व करना समस्त राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठों के लिए अनिवार्य है।
जगदीश टम्टा जिला समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना जनपद चमोली गढ़वाल, उत्तराखंड।