मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वामी दर्शनानन्द गुरूकुल महाविद्यालय, हरिद्वार में आयोजित ‘पतंजलि गुरूकुलम’ एवं ‘आचार्यकुलम’ का भूमि पूजन एवं शिलान्यास कार्यक्रम में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती जी और स्वामी दर्शनानंद जी का प्राचीन गुरूकुल परंपरा को पुनर्जीवित करने में सबसे बड़ा योगदान रहा है। गुरूकुलम में बच्चों को शिक्षा के साथ ही संस्कार भी मिलेंगे, जिससे वो एक आदर्श नागरिक के रूप में समाज में अपना योगदान दे सकेंगे। व्यक्ति निर्माण से ही राष्ट्र निर्माण संभव है।
उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को हम भगवान राम का भव्य और दिव्य मंदिर के साक्षी बनेंगे।केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम का सौंदर्यीकरण हमारी संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन का उदहारण है। इस दौरान केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों के सांस्कृतिक विकास में गुरुकुल की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण हो जाती है। हम सांस्कृतिक संरक्षण के साथ सांस्कृतिक संवर्धन पर भी काम रहे हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यहां मायापुरी में आचार्य संदीपनी के आश्रम में श्रीकृष्ण ने 64 कला तथा 14 विद्याओं का अध्ययन किया था। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए बहुत जरूरी है।
इस दौरान कार्यक्रम में केंद्रीय कानून मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल, योग गुरु स्वामी रामदेव, सांसद हरिद्वार डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, पूज्य लक्ष्मण गुरूजी, कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, पूर्व कैबिनेट मंत्री व नगर विधायक श्री मदन कौशिक के साथ ही अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।