*प्रदीप कुमार
देहरादून/श्रीनगर गढ़वाल। समाज में एक चिकित्सक का स्थान भगवान के समान होता है, मरीज ही नहीं अपितु सभी लोग डॉक्टर से भगवान के समान कृपा करने की अपेक्षा रखते हैं, इस बात को चिकित्सकों को समझना चाहिए।
उपरोक्त विचार उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डॉ.चंडी प्रसाद घिल्डियाल “दैवज्ञ” ने बसंत विहार इंदिरा नगर के शिव मंदिर प्रांगण में आयोजित निशुल्क चिकित्सा एवं परामर्श शिविर का रिबन काटकर उद्घाटन करते हुए व्यक्त किए , उन्होंने कहा कि चिकित्सक और शिक्षक का पेशा अत्यंत पवित्र है, इसके लिए चिकित्सकों को राष्ट्रकवि मैथिली शरण गुप्त की पंक्तियां कि “निज गौरव का गुणगान रहे, हम भी कुछ हैं यह ध्यान रहे”
शिक्षा संस्कृत शिक्षा के सहायक निदेशक डाक्टर घिल्डियाल ने कहा कि मातृ सेवा सदन ट्रस्ट जैसी संस्थाओं से जुड़े हुए लोग अत्यंत आदरणीय हैं, जो इस प्रकार चिकित्सकों को बुलाकर जनता को निशुल्क चिकित्सा एवं परामर्श का अवसर प्रदान कर रहे हैं। तथा वह चिकित्सक वंदनीय है, जो अपने व्यस्ततम समय से समय निकालकर आमंत्रण को स्वीकार कर यहां पर पहुंचकर लोगों का मार्गदर्शन करेंगे।
मातृ सेवा सदन ट्रस्ट के संस्थापक कुलदीप ज़ख्मोला ने अपनी टीम के सहित मुख्य अतिथि डॉ देवग्य का फूल मालाएं एवं अंग वस्त्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर भव्य स्वागत करते हुए कहा कि उनके द्वारा जो ज्ञान और विज्ञान के अलग पूरे समाज में जलाई जा रही है, वह काबिले तारीफ है, उन्होंने अपेक्षा की कि शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा के विद्यार्थियों को इस प्रकार के संस्कार दिए जाएंगे कि वह भविष्य में ईमानदार और जनता के प्रति जवाब देह चिकित्सक बनकर सामने आएंगे।
मौके पर प्रख्यात परामर्श चिकित्सक डॉ.दीपक बिष्ट,डॉ.तरुश्री, मनोज सैनी, रोहित अरोड़ा, डॉ हेमा, डॉ देवाशीष चौहान, डॉ.आशुतोष भट्ट , शिव मंदिर समिति के अध्यक्ष ए पी सिंह गीता राम पेटवाल, डॉ.राहुल जैन, जगत सिंह बिष्ट ,मनमोहन रौतेला ,जी एल थपलियाल ,प्रभाकर राघव जी, दिनेश कश्यप, सोमपाल विश्वास सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं क्षेत्रीय जनता उपस्थित रहीसहित बड़ी संख्या में स्थानीय जनता उपस्थित रही।