पौड़ी पुलिस द्वारा फूल माला पहनाकर व स्मृति चिन्ह देकर सेवानिवृत हो रहे पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों को दी भावभीनी विदाई

 

प्रदीप कुमार

पौड़ी/श्रीनगर गढ़वाल। आज 31 दिसम्बर 2023 को जनपद पुलिस के 04 कार्मिकों की सेवानिवृत्ति (01अधिवर्षता पूर्ण करने एवं 03 ऐच्छिक सेवानिवृत्त) के अवसर पर पुलिस लाईन पौड़ी में विदाई समारोह का आयोजन किया गया। विदाई समारोह के अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक संचार अनूप काला एवं क्षेत्राधिकारी सदर पौड़ी श्याम दत्त नौटियाल, प्रतिसार निरीक्षक अनुराग कुमार, निरीक्षक रेडियो मनोज पाण्डे द्वारा सेवानिवृत्त होने वाले कार्मिकों व उनके परिजनों का स्वागत किया गया तत्पश्चात सेवानिवृत्त कार्मिकों को स्मृति चिन्ह, शॉल, प्रशस्ति पत्र व उपहार भेंट करते हुये पुलिस परिवार की ओर से उनके सेवानिवृत्त जीवन के स्वस्थ, सुखद एवं खुशहाल पारिवारिक जीवन की मंगल कामना के साथ भावभीनी विदाई दी गई तथा उनके द्वारा पुलिस विभाग को दी गई सेवाओं एवं उनके कर्तव्य परायणता व ईमानदारी की सराहना की गई।
1. अपर उप निरीक्षक भूपाल सिंह रावत दिनाँक 18.08.1986 को आरक्षी पद पर भर्ती हुये तथा दिनाँक 17.11.2022 को अपर उपनिरीक्षक के पद पर पदोन्नत हुये। ‌ भूपाल सिंह रावत द्वारा 37 वर्ष 04 माह अपनी सेवाएं पुलिस विभाग को प्रदान की गयी। (ऐच्छिक सेवानिवृत्त)
2. मुख्य आरक्षी राजीव राठी दिनाँक 11.10.2001 को आरक्षी के पद पर भर्ती हुये तथा दिनाँक 28.11.2022 को मुख्य आरक्षी के पद पर पदोन्नत हुये।राजीव राठी द्वारा 22 वर्ष 02 माह अपनी सेवाएं पुलिस विभाग को प्रदान की गयी। (ऐच्छिक सेवानिवृत्त)
3. आरक्षी रमेश सिंह राणा दिनाँक 24.04.2002 को आरक्षी के पद पर भर्ती हुये रमेश सिंह राणा द्वारा 21 वर्ष 08 माह अपनी सेवाएं पुलिस विभाग को प्रदान की गयी। (ऐच्छिक सेवानिवृत्त)
4. अनुचर बुद्धि लाल दिनाँक 07.12.1995 को चतुर्थ श्रेणी (कुक) के पद पर भर्ती हुये। श्री बुद्धि लाल द्वारा लगभग 28 वर्ष अपनी सेवाएं पुलिस विभाग को प्रदान की गयी। (अधिवर्षता पूर्ण)
सभी कार्मिक अपने सेवाकाल में ड़यूटी के प्रति लगनशील, मेहनती, मृदुभाषी एवं व्यवहार कुशल रहे हैं।
अपने वक्तव्य में सेवानिवृत्त कार्मिकों ने कहा कि पुलिस बल को प्रतिदिन विभिन्न चुनौतियों का सामना तो करना ही पडता है, परन्तु यदि हम दिये गये कार्यों व अपने कर्तव्यों का पालन ईमानदारी व निष्ठापूर्वक करें तो काफी हद तक कार्य आसान हो जाता है। उनके द्वारा पुलिस परिवार को अनुशासन में रहते हुये ईमानदारी से अपने कार्यों को सम्पादित करने हेतु प्रेरित किया गया।