प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत द्वारा बुधवार को मेडिकल कॉलेज के टीचिंग अस्पताल बेस चिकित्सालय में प्रथम फेज का 146.60 लाख की लागत से स्किल सेंटर के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। उक्त सेंटर बनने से बेस चिकित्सालय व राज्य के समस्त चिकित्सको , नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ पुलिस व डिजास्टर रिस्पांस टीम को इमरजेंसी लाइफ सपोर्ट कोर्स, बेसिक लाइफ और एडवांस लाइफ सपोर्ट की ट्रैनिंग दी जायेगी। जो कि क्षेत्र के लिए चिकित्सा सेवा में नया सेंटर विकसित होगा।
बेस चिकित्सालय प्रागंण में स्किल सेंटर के शिलान्यास अवसर पर प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा कि श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में यह सेंटर तैयार होगा। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से यहां सेंटर खोलने की स्वीकृति के लिए निवेदन किया था। जिसके लिए उन्होंने भारत सरकार और राज्य सरकार का आभार प्रकट किया। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री मंत्री ने कहा कि इमरजेंसी मेडिकल सर्विसेज को सुधारने के लिए यह एक पहल है। सरकार अस्पताल, मेडिकल कॉलेज और इमरजेंसी डिपार्टमेंट आदि में काम करने वाले डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और पैरामेडिकल स्टाफ को इन स्किल सेंटर में नेशनल इमरजेंसी लाइफ सपोर्ट कोर्स के तहत ट्रेनिंग देगी। इसका उद्देश्य उचित स्तर की इमरजेंसी मेडिकल सर्विसेज की ट्रेनिंग देना है, ताकि किसी भी गंभीर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें। स्किल सेंटर की शुरुआत होने पर एनेस्थिसिया विभाग के एचओडी डॉ. अजेय विक्रम सिंह को स्वास्थ्य मंत्री जी ने बधाई दी। उन्होंने अंगदान और देहदान के लिए भी मेडिकल कॉलेज प्रशासन को कार्य करने के लिए निर्देश दिये। इस मौके पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने मेडिकल कॉलेज में स्किल सेंटर बनाने के लिए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री का आभार प्रकट किया। कहा कि उक्त सेंटर बनने से यहां नेशनल इमरजेंसी लाइफ सपोर्ट कोर्स शुरु होगा। उक्त सेंटर में पांच स्किल स्टेशन, लेक्चर रूम, फैकल्टी रूप सहित तमाम सुविधाएं होगी। इस मौके पर बेस अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ.रविन्द्र सिंह बिष्ट, डॉ. केएस बुटोला, डॉ. सतीश कुमार, डॉ. दीपा, डॉ. ए.एन पांडेय, पेयजल निगम के एई अरविंद चन्द्र, जेई मनोज कुमार, विक्रम भंडारी आदि मौजूद थे।
15 हजार गांवों के स्वास्थ्य चेकअप कैंप लगेगे-
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश के 15 हजार गांवों में स्वास्थ्य चेकअप कैंप लगेगे, जिसके तहत हर छह माह में प्रत्येक व्यक्ति के स्वास्थ्य का नि:शुल्क चेकअप होगा। यदि कोई गंभीर बीमारी से ग्रसित होगा तो उसे जल्द उपचार शुरु किया जायेगा। इसके साथ ही डेंगू सहित अन्य बीमारियों के फैलने के संदर्भ में डॉक्टरों की टीम से अध्ययन भी कराया जायेगा। आयुष्मान भव: कार्यक्रम में युवाओं का मिला पूरा सहयोग-
स्वास्थ्य मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा कि आयुष्मान भव कार्यक्रम के तहत 80 प्रतिशत युवाओं सबसे ज्यादा योगदान रहा है। पूरे प्रदेश में आयुष्मान भव कार्यक्रम के तहत 500 कैंप लगाये जा चुके है। रक्तदान के लिए अभी तक 1 लाख 47 हजार लोगों ने पंजीकरण कर दिया है। जबकि 49 हजार लोगों ने रक्तदान कर दिया है। 61 लाख लोगों की आभा आईडी बन चुकी है, जबकि 1 करोड़ आभा आईडी बनाने का लक्ष्य है। 53 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बन चुके है, जबकि 90 लाख आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य है। उन्होंने सभी लोगों से आभा और आयुष्मान कार्ड बनाने का आह्वान किया।
इमरजेंसी वार्ड में सीनियर डॉक्टरों का प्लान देने के निर्देश-
स्वास्थ्य मंत्री ने बेस चिकित्सालय के इमरजेंसी में वार्ड में सीनियर डॉक्टरों के ना आने की शिकायत पर नाराजगी जताते हुए मेडिकल कॉलेज एवं बेस चिकित्सालय प्रशासन प्राचार्य व चिकित्सा अधीक्षक को जल्द एक प्लान तैयार करने के निर्देश दिये। कहा कि इमरजेंसी में सीनियर डॉक्टर ना आने की लगातार शिकायत मरीजों द्वारा की जाती है। जिस पर कॉलेज प्रशासन को गंभीरता से कार्य करने के निर्देश दिये। इस पर भी वह समस्त मेडिकल कॉलेजो के प्राचार्य के साथ बैठक कर उसके बाद प्रतिदिन समीक्षा बैठक लेंगे।