देहरादून- ऑल इंडिया अन एडिड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ सुनील अग्रवाल ने एक वक्तव्य में कहा कि हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय द्वारा 30 मई 2023 को आयोजित एग्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक में विश्वविद्यालय से संबद्ध राज्य सरकार द्वारा एडिट कॉलेजों को वर्तमान सत्र 2023- 24 से डी एफिलिएट करने का प्रस्ताव पास किया गया विश्वविद्यालय का यह निर्णय समझ से परे है कि अगर कॉलेजों को डी एफिलिएट करना ही था तो उसके लिए उपयुक्त समय होना चाहिए था अब जबकि इन कॉलेजों में प्रवेश के लिए छात्रों द्वारा cuet के फॉर्म भर कर परीक्षाएं दी जा चुकी हैं और वह प्रवेश का इंतजार कर रहे हैं ऐसे समय पर कॉलेजों को de affiliate करना हजारों छात्रों को भ्रम में डालकर उनके भविष्य से खिलवाड़ करने वाला है क्योंकि अब अगर यह कॉलेज श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय से एफीलिएशन लेते हैं तो उसके लिए भी अब समय नहीं है श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय में प्रवेश समर्थ पोर्टल के माध्यम से होने हैं और उसमें फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 24 जून निश्चित है अब जबकि 24 जून की तिथि निकट आ चुकी है ऐसे में हजारों छात्र इस भ्रम में रहेंगे कि हम जिस कॉलेज में प्रवेश लेना चाहते हैं वह किस विश्वविद्यालय से एफिलिएटिड है वैसे भी सेंट्रल यूनिवर्सिटी एक्ट में यह प्रावधान था के कॉलेजों का एफीलिएशन यथावत रहेगा और अभी तक सेंट्रल यूनिवर्सिटी एक्ट में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है अग्रवाल ने कहा कि कॉलेजों को एफिलिएट या डि एफिलिएट करने का एक समय होता है और वह समय छात्रों के एडमिशन के समय तो बिल्कुल भी नहीं होता क्योंकि किसी विश्वविद्यालय से एफीलिएशन लेने की प्रक्रिया होती है जिसमें समय लगता है और अब जबकि प्रवेश शुरू हो रहे हो उस वक्त भ्रम की स्थिति छात्रों के हित में नहीं है इस संबंध में विश्वविद्यालय एवं राज्य सरकार को तुरंत स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए डॉ सुनील अग्रवाल