गबर सिंह भंडारी
पौड़ी/श्रीनगर गढ़वाल – जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान ने कलेक्ट्रेट सभागार में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक ली। बैठक में राजस्व, पुलिस व परिवहन विभाग को संयुक्त रुप से एन्फोर्समेन्ट की कार्यवाही में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रत्येक प्रवर्तन के दिये गये लक्ष्यों को निर्धारित समय पर पूर्ण करना सुनिश्चित करें।
सड़क सुरक्षा की बैठक में जिलाधिकारी ने समस्त उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि पिछली बैठक में प्रवर्तन कार्यवाही के जो लक्ष्य दिये गये थे उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। उन्होंने परिवहन विभाग को शराब पीकर वाहन संचालित करने वाले व्यक्तियों की जांच हेतु अधिक मात्रा में एल्कोमीटर जल्द उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारी को कहा कि जनपद में जो दुर्घटना हुई हैं उसकी जीआईएस मैपिंग कर उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने बैठक में संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि कांवड यात्रा को देखते हुए पूर्ण तैयारियों के साथ ही आपदा उपकरण पूर्व में ही अपने पास उपलब्ध रखें तथा जो उपकरण और संसाधन जिस लोकेशन पर तैनात किये जाने हैं समय से उपलब्ध व तैनात करवा दें। उन्होंने लोनिवि के अधिकारियों को कहा कि मोटर मार्गो पर जहां क्रैश बैरियर लगने हैं वहां समय पर कार्य पूर्ण करें। उन्होंने लैंसडाउन उपजिलाधिकारी को एक लंबित मजिस्ट्रियल जांच पूर्ण करते हुए उसकी रिपोर्ट देने को कहा।
बैठक में बताया गया कि माह मई 2023 में जनपद क्षेत्रांतर्गत कुल 07 सड़क दुर्घनाएं हुई है जिसमें से 01 व्यक्ति की मृत्यु व 15 लोग घायल हुए हैं। मई माह में निर्माण खंड दुगड्डा क्षेत्रों में 1600 मीटर से अधिक क्रेश बेरियर लागाये जा चुके हैं। वहीं जनपद के एनएच श्रीनगर, धुमाकोट व लोनिवि के कुल 251 दुर्घटना सम्भावित क्षेत्र हैं, जिसमें 212 पर सुधार कार्य पूर्ण किया गया है तथा अन्य 39 शेष कार्यो पर आगे की कार्यवाही की जा रही है। माह जनवरी से मई तक एम0वी0 एक्ट के तहत कुल 5744 वाहनों के चालान किये गये हैं। जिसमें से पुलिस विभाग के 4499 व परिवहन विभाग द्वारा किये गये 1245 चलान शामिल हैं।
बैठक में अधीक्षण अभियन्ता लोनिवि पीएस बृजवाल, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 प्रवीण कुमार, उपजिलाधिकारी सदर मुक्ता मिश्रा, ईई लोनिवि धन सिंह कुटियाल, डीपी नौटियाल व पीएस बिष्ट, एआरटीओ निखिल व अन्य अधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे।