राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान श्रीनगर उत्तराखंड द्वारा दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन।

गबर सिंह भंडारी

श्रीनगर गढ़वाल – राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, उत्तराखंड द्वारा आयोजित और तकनीकी रूप इंस्टिट्यूट ऑफ़ इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर्स (आईईईई) यूपी अनुभाग द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय राष्ट्रीय सम्मेलन “कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और उनके अनुप्रयोग(आईसीटूईथ्री-2023)” का समापन जून ९, २०२३ को संस्थान के प्रशासनिक भवन में स्थित सम्मेलन कक्ष में किया गया।
समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए संस्थान के निदेशक प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी ने जानकारी दी कि एनआईटी, उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार किसी सम्मेलन को आईईईई जैसे प्रतिष्ठित संगठन द्वारा प्रायोजित किया गया है।


प्रोफेसर अवस्थी ने कहा ” इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन ने देश के विभिन्न हिस्सों से प्रतिनिधियों और शोधकर्ताओं को आकर्षित किया है। सम्मेलन के प्रथम संस्करण आईसीटूईथ्री-२०२३ में एक हजार से ज्यादा लोगों ने शोध पत्र भेजे थे जिनकी समीक्षा करने के बाद ३०० शोध पत्रों को मौखिक प्रस्तुतीकरण के लिए आमंत्रित किया गया था। ” उन्होंने बताया कि इन दो दिनों के दौरान २१ तकनीकी समानांतर सत्र ऑफलाइन और सात तकनीकी सत्र ऑनलाइन माध्यम से संचालित किये गए। इसके अलावा पांच आमंत्रित वार्ताए हुई।
प्रोफेसर अवस्थी ने आगे कहा कि नयी शिक्षा नीति में शैक्षणिक और अकादमिक साझेदारी को काफी महत्व दिया गया है। इसी सन्दर्भ में इस सम्मेलन का आयोजन किया गया था।और इस दो दिवसीय सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य इंजीनियरिंग की सर्किट ब्रांचेज यानि कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्रों में काम कर रहे अकादमिक, अनुसंधान एवं विकास और उद्योग के विशेषज्ञों, शोधकर्ताों और नवप्रवर्तकों को एक मंच प्रदान करना था ताकि वे नए विचारों की संकल्पना और मूल्यवान निष्कर्षों और विचारों को परस्पर साझा कर सके। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह सम्मेलन शोधकर्ताओं के बीच अंतःविषय अनुसंधान को बढ़ावा देने के साथ युवा स्नातकों के मन में अनुसंधान के प्रति रुचि पैदा करने में सहायक होगा।
अंत में प्रोफेसर अवस्थी ने कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्षों और सम्मेलन के आयोजकों डॉ प्रकाश द्विवेदी, डॉ सौरव बोस डॉ पंकज पाल कि सराहना करते हुए कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई दिया।
इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण आमंत्रित वक्ता तहत दिए गए विशेषज्ञ व्याख्यान रहे जिसमे विशेषज्ञो ने कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में आधुनिकतम प्रगति से प्रतिभागियों को रूबरू कराया। इस श्रृंखला में प्रोफेसर अवस्थी के मागदर्शन में डॉक्टरेट कि उपाधि अर्जित करने वाले और वर्तमान में कंप्यूटर विज्ञान विभाग, सैन एंटोनियो, टेक्सास विश्वविद्यालय में कार्यरत डॉ. राजकुमार बनोथ व्याख्यान काफी सराहनीय रहा। डॉ बनोथ ने फ़ायरवॉल की अगली पीढ़ी की सुरक्षा तकनीकों पर विचार प्रस्तुत करते हुए फ़ायरवॉल से संबंधित मौजूदा सुरक्षा चिंताओं को दूर करने और सुधारने के बारे में चर्चा की।
डॉ. भरत भार्गव, कंप्यूटर विज्ञान विभाग, पर्ड्यू विश्वविद्यालय, अमेरिका ने वीडियो निगरानी और उनके प्रसंस्करण के विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा किया।
साई प्रसाद परमेश्वरन, सीटीओ, आईओटी और डिजिटल इंजीनियरिंग, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने स्टार्ट-अप में बाधाओं पर चर्चा करते हुए टीसीएस के परिप्रेक्ष्य में उभरते अनुसंधान क्षेत्रों के बारे में जानकारी दिया। सभी व्याख्यानों और तकनीकी सत्रों में, प्रतिभागियों ने विशेषज्ञों के साथ बातचीत की और कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में सूचना और संचार प्रौद्योगिकियों के विभिन्न पहलुओं में उनके संभावित अनुप्रयोगों के बारे में ज्ञान प्राप्त किया।