तम्बाकू मुक्त युवा और समाज बनाने के लिए जागरूकता अभियान जरूरी- पंवार

 

राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत मनाया गया विश्व तम्बाकू निषेध दिवस

गबर सिंह भंडारी

श्रीनगर – राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बेस चिकित्सालय श्रीकोट की ओर से जीजीआईसी श्रीनगर में विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया गया। स्कूल में चल रहे समर कैंप के दौरान स्कूली छात्र-छात्राओं को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाने के उद्देश्य से अवगत कराया गया तथा तंबाकू जैसे नशीले पदार्थो के सेवन से मानव के शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव एवं होने वाली बीमारियों से अवगत कराया गया। इस मौके पर स्कूली छात्र-छात्राओं ने नशा उन्मूलन की शपथ भी ली गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता एवं आल इंडिया डीएसओ की रेशमा पंवार ने कहा कि तंबाकू हो या किसी भी प्रकार का नशा हो इसके सेवन से आज कई युवाओं नशे की चपेट में आ रहे है। इससे बच्चों के स्वास्थ्य के साथ ही सामाजिक जीवन पर काफी प्रभाव पड़ रहा है। आरकेएसके के तहत नशे के प्रति जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, जिससे तम्बाकू मुक्त युवा और समाज बने। जो एक अच्छी पहल है। पंवार ने कहा कि पहले तो समाज को कोशिश करनी चाहिए कि नशा का प्रयोग ना करे और ऐसे नशीले पदार्थो पर रोक लगानी चाहिए। आरकेएसके काउंसलर मनमोहन सिंह ने कहा कि तंबाकू के सेवन से होने वाली मौतों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वर्ष 1987 में तंबाकू निषेध दिवस मनाने का फैसला लिया। जिसके फलस्वरूप आज पूरे विश्व देश में तंबाकू निषेध दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि तम्बाकू सेवन से कैंसर, श्वसन संबंधी समस्याएं जैसे दमा और अस्थमा, मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ सकता है, जो उत्तेजना, घबराहट और अधिक तनाव जैसे लक्षणों का कारण बन सकता है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को नशीले पदार्थो के सेवन से बचने तथा अपने घर के सभी सदस्यों को भी इस प्रकार के नशीले पदार्थो के सेवन से बचाने का आह्वान किया। इस मौके पर सुमित नेगी, भानू सहित स्कूली बच्चे मौजूद थे।