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देहरादून। राज्य के मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन ने शुक्रवार को सचिवालय में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस-2025 की तैयारियों की समीक्षा बैठक ली। इस दौरान उन्होंने आगामी 21 जून को गैरसैंण स्थित भराड़ीसैंण और हरिद्वार में प्रस्तावित योगा डे के भव्य आयोजन को लेकर सभी संबंधित विभागों को समयबद्ध ढंग से तैयारियां पूरी करने के सख्त निर्देश दिए।

मुख्य सचिव ने कहा कि भराड़ीसैंण में मुख्य आयोजन स्थल पर योग प्रदर्शन और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाने हैं, जबकि हरिद्वार में विदेशी और देशी डेलिगेट्स के साथ बैठक और पावन गंगा आरती का आयोजन प्रस्तावित है। ऐसे में सभी तैयारियां तय समयसीमा के भीतर पूरी की जाएं ताकि दोनों स्थानों पर कार्यक्रम की भव्यता और गरिमा बनी रहे।

आयुष विभाग और जिला प्रशासन को सौंपे महत्वपूर्ण दायित्व

श्री बर्द्धन ने आयोजन के नोडल विभाग आयुष विभाग के साथ-साथ चमोली व हरिद्वार के जिला प्रशासन और अन्य संबंधित विभागों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि आपसी समन्वय के साथ हर छोटी-बड़ी तैयारी पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि मेहमानों के स्वागत, योगा प्रदर्शन की व्यवस्था, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति और हरिद्वार में होने वाले डेलिगेशन मीटिंग्स व गंगा आरती कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की कमी न रहे।

भराड़ीसैंण में पहली बार इतने बड़े स्तर पर होगा आयोजन

गौरतलब है कि इस बार ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराड़ीसैंण में पहली बार इस स्तर का अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। इसके लिए विशेष योगा प्रदर्शन और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तावित किए गए हैं, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय कलाकारों, स्कूली बच्चों और योग साधकों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। वहीं हरिद्वार में गंगा तट पर देश-विदेश से आए विशिष्ट अतिथियों के लिए विशेष बैठक और गंगा आरती का आयोजन होगा।

तैयारियों की समय-सीमा तय, अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश

मुख्य सचिव ने अधिकारियों को सख्त लहजे में निर्देश दिए कि कार्यक्रम से जुड़ी सभी तैयारियां तय समयसीमा में पूरी हों। किसी भी स्तर पर लापरवाही या ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने साफ कहा कि आयोजन के दोनों स्थल उत्तराखंड की छवि को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करेंगे, इसलिए सभी तैयारियां विश्वस्तरीय हों।

स्थानीय प्रशासन से भी ली जाएगी प्रगति रिपोर्ट

श्री बर्द्धन ने कहा कि भराड़ीसैंण और हरिद्वार के स्थानीय प्रशासन से अलग-अलग प्रगति रिपोर्ट भी ली जाएगी ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि तैयारियां सही दिशा में चल रही हैं। इसके अलावा अतिथियों के ठहरने, परिवहन, सुरक्षा, चिकित्सा सुविधा और आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर भी विशेष ध्यान देने को कहा गया है।

By admin