#दुर्घटना_को_न्यौता_क्यों? संबधित विभाग इसकी सुध क्यों नहीं ले रहा समझ से परे है ?

#दुर्घटना_को_न्यौता_क्यों?

विकसनगर से खुशीराम की रिपोर्ट
विकास नगर ,यमुनोत्री गंगोत्री मार्ग एनएच 123( 507) डैम से लगता यह क्षेत्र जो जौनपुर, रवाई (उत्तरकाशी), जौनसार बावर, बिन्हार,मसूरी से जुब्बल, रोहड़ू (हिमांचल प्रदेश) तक के लोगों को मुख्य बाजार विकासनगर एवं देहरादून ,सहारनपुर , राजधानी (दिल्ली )से जोड़ता है।
विकासनगर बाजार से इतने बड़े क्षेत्र की तमाम बडी सेवाएं जुड़ी हुई है मंडी, खाद्य सामग्री की आपूर्ति से लेकर के शिक्षा , चिकित्सा की व्यवस्थाओं का यह मुख्य केंद्र है।
दिन रात इस हाईवे पर दुपहिया वाहन से लेकर के दुपहिया वाहन दौड़ते रहते हैं।
दूसरी तरफ पर्यटन जो हमारे प्रदेश का राजस्व का सबसे बड़ा श्रोत है जिसके तहत हमारी चार धाम यात्रा भी चंद दिनों में प्रारंभ होनी है।
आने वाले महीनों में बरसात शुरू होने वाली है तमाम इन बिंदुओं को देखते हुए डैम साइड से लगता हुआ झील के गहरे पानी के साथ यह क्षतिग्रस्त मार्ग लंबे समय से जस की तस स्थिति में है।
क्षेत्र के लोग आकस्मिक रूप से भी रात्रि को विशेषकर बीमार या किसी दुर्घटना के चलते चिकित्सा सेवा के लिए इसी मार्ग से ही आते हैं।
इस जगह से लगे हुए पहाड़ी क्षेत्र का लगभग हर परिवार से कोई न कोई व्यक्ति शिक्षा, रोजगार या अन्य कारण से विकास नगर, देहरादून निवास करता है जो विशेष समारोह एवम् पर्वों के कारण घर की तरफ आता जाता रहता है।
और जब बात जीवन को बचाने और स्वास्थ्य सेवाओं की हो तो फिर दिन या रात नहीं देखा जाता ।
ऐसे में उपरोक्त जगह कभी भी किसी दुर्घटना को अंजाम दे सकती है।
एक ध्यान देने वाली बात और भी है कि दुर्भाग्यवश यदि कहीं दुर्घटना होती है तो घायल व्यक्ति बेहोश होकर के अगर पड़ा होता है तो समय रहते उपचार मिलने पर उसके जान बचने के अवसर बने रहते हैं लेकिन इस पॉइंट पर यदि कोई दुर्घटना दुर्भाग्य से घटती है तो बेहोश व्यक्ति पानी में डूब कर मृत हो जाएगा [ जो उसके बचने के अवसर होंगे भी वह भी समाप्त हो जाएंगे]
संबधित विभाग इसकी सुध क्यों नहीं ले रहा समझ से परे है ?
अतः संबंधित विभाग एवम् जिला प्रशासन से आग्रह है कि जनहित और जनसुरक्षा हेतु कृपया अपना ध्यान इस ओर आकर्षित करने की कृपा करें।