देहरादून। उत्तराखण्ड में चुनाव नतीजे आने के बाद से कांग्रेस सदमे में है, पांच साल तक सरकार की नाकामियों ओर जनता की समस्याओं को सड़क से लेकर सदन तक में उठाने वाली कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है। 2022 की हार की जिम्मेदारी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने ली है।
उत्तराखड विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस सरकार नहीं बना पाई और 70 में से मात्र 19 सीटों पर ही सिमटकर रह गई। 2017 के मुकाबले कांग्रेस अपना मत प्रतिशत तो बढ़ाने में सफल रही, मगर बहुमत के आंकड़े से बहुत पीछे रह गई। चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल खुद चुनाव हार गए। कांग्रेस की इस हार की जिम्मेदारी प्रदेश अध्यक्ष गोदियाल ने खुद ली है।
चुनाव परिणाम आने के बाद शनिवार को गणेश गोदियाल ने पहली बार मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि कांग्रेस को जो हार मिली है, उसकी जिम्मेदारी प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते वे खुद लेते हैं। उन्हें इस बात का दुख है कि कांग्रेस जनता को समझाने में नाकाम रही। जिस तरह उनके शीर्ष नेतृत्व ने इस हार के लिए अपनी जिम्मेदारी ली है, उसी तरह वह भी प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते इस हार की जिम्मेदारी लेते हैं। गणेश गोदियाल ने कहा कि वे पार्टी के उन कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देना चाहते हैं, जिन्होंने धनबल के विरुद्ध इस चुनाव में कांग्रेस के लिए काम किया। जनता ने इस बार कांग्रेस की सरकार लाने का मौका खो दिया है, लेकिन कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता जुटे रहेंगे और अगले 5 साल के लिए धरातल पर काम कर जनता का दिल जीतने की कोशिश करेंगे। गणेश गोदियाल ने कहा कि पार्टी जल्द से जल्द उन कारणों को जानने की कोशिश करेगी जिसके कारण पार्टी को इतनी बड़ी हार मिली है। उन्होंने कहा कि पार्टी मंथन करेगी और हार की समीक्षा भी करेगी। गणेश गोदियाल ने कहा कि अगर हाईकमान कहेगा तो वह अपना पद छोड़ने को भी तैयार हैं। गणेश गोदियाल खुद भी पौड़ी की श्रीनगर सीट से बेहद कम मुकाबले में चुनाव हारे हैं।