प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान,उत्तराखंड एनआईटीयूके के श्रीनगर परिसर में किया जा रहा है कंप्यूटर इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रिकल्स इंजीनियरिंग एवं उनके अनुप्रयोग पर आधारित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के द्वितीय संस्करण का आयोजन। इस दो दिवसीय सम्मलेन के पहले दिन की शुरुआत पारम्परिक रूप से उद्घाटन सत्र के साथ हुई जिसमे अटल बिहारी वाजपेयी-भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी और प्रबंधन संस्थान,ग्वालियर के निदेशक प्रोफेसर एसएन सिंह मुख्य अतिथि;आईईईई क्षेत्र-10 के पूर्व निदेशक डॉ.रामकृष्ण और टीसीएस की परियोजना निदेशक सुश्री ज्योत्सना सिन्हा,बतौर विशिष्ट अतिथि एवं डॉ.हरि मौल आजाद,रजिस्ट्रार एनआईटी उत्तराखंड मौजूद थे। तकनीकी रूप से एनआईटी द्वारा प्रायोजित इस सम्मेलन में शोध पत्रों की प्रस्तुति को लेकर अभूतपूर्व प्रतिक्रिया देखने को मिली। आईआईटी,एनआईटी,आईआईआईटी और विदेशी विश्वविद्यालयों सहित दुनिया भर से कुल लगभग 969 शोध पत्र प्राप्त हुए थे जिनकी समीक्षा करने के बाद 120 शोध पत्रों को मौखिक प्रस्तुति के लिए चयनित किया गया जो इस सम्मेलन की गुणवत्ता का स्वतः परिचायक है। मुख्य अतिथि प्रोफेसर एस.एन.सिंह ने समारोह में कहा कि यह सम्मेलन कंप्यूटिंग,बिजली और संचार प्रौद्योगिकियों से संबंधित विविध पृष्ठभूमि के पेशेवरों के बीच सहयोग और नेटवर्किंग को बढ़ावा देने के लिए एक मंच है। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन विचारों के आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करने,अंतःविषय दृष्टिकोण को बढ़ावा देने,और नवाचार और तकनीकी प्रगति के लिए अनुकूल वातावरण करते हुए ज्ञान और विशेषज्ञता के प्रसार को सुविधाजनक बनाकर कंप्यूटिंग,बिजली और संचार प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान के भविष्य को नया आयाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में सक्षम होगा। इस दौरान सम्मलेन के आयोजक प्रोफेसर विवेक श्रीवास्तव,डॉ.प्रकाश द्विवेदी,डॉ.सौरव बोस,डॉ.पंकज कुमार पाल,डॉ.एस.के.टाडेपल्ली एवं डॉ.सुरेंद्र सिंह सूरी एवं अन्य संकाय सदस्य मौजूद रहे। सम्मेलन के आयोजकों ने कार्यक्रम को आयोजित करने में प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से भूमिका निभाने के लिए सभी लोगो के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया और डीआरडीओ,जेवी माइक्रोनिक्स,केनरा बैंक,मीनल होम अप्लायंसेज,हनी स्कूल ड्रेस,टाइफून एचआईएल,ड्रीमज़ क्राफ्ट,एलटेक सिस्टम,एडविज़न रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्राइवेट लिमिटेड के प्रति वित्तीय सहायता देने के लिए आभार व्यक्त किया।