प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। बहुधा सरकारी शिक्षकों के सन्दर्भ में तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिलती हैं। जिनमें ज्यादातर नकारात्मक टिप्पणीयां रहती हैं। यदि सही तरह से मूल्यांकन किया जाय तो यह बात पूर्ण रुप से सही सिद्ध नही होती है।आज भी सरकारी विद्यालयों में बहुधा ऐसे शिक्षक हैं जो रात दिन बच्चों के प्रति समर्पित होकर अपनी निष्ठा का परिचय दे रहे हैं।इस तरह के शिक्षकों में दुर्गम श्रेणी के विद्यालय राजकीय इन्टर काॅलेज सुमाडी में कार्यरत जनपद रुद्रप्रयाग के निवासी राजेंद्र नेगी की चर्चा सुनने को मिलती है। बताते चलें राजेंद्र नेगी विकास खण्ड खिर्सू के जनपद पौड़ी गढ़वाल में रसायन विज्ञान के प्रवक्ता के पद पर कार्यरत है। छात्रों के बीच इनकी बडी लोकप्रियता है।भय मुक्त वातावरण में अध्यापन करने के कारण छात्र अपनी समस्या सहजता के साथ रख देते हैं।रसातयन विज्ञान जैसे कठिन विषय कौ छात्र बडे ही मनोयोग के साथ अध्ययन करते हैं।जिसकी गुणवत्ता भी देखने को मिलती है। इस वर्ष के उत्तराखण्ड बोर्ड परीक्षा के आधार पर इनके विषय के रिजल्ट का मूल्यांकन किया जाय तो यह परिणाम शिक्षक के सच्चे समर्पण को उजागर करता है। छात्रों के 100 में से 99 व 84 तक अंक आये हैं। रसातल विज्ञान जैसे कठिन विषय में इस तरह के अंक प्राप्त करना विषय अध्यापक की मेहनत को दर्शाता है।सरकार को चाहिए कि इस तरह के मेहनती शिक्षकों का ब्यौरा लेकर समय-समय पर सम्मानित करना चाहिए। जिससे अन्य शिक्षकों को भी इनसे प्रेरणा मिल सके।