भगवान मदमहेश्वर धाम के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए 20 मई को खुलेंगे*

प्रदीप कुमार

ऊखीमठ/श्रीनगर गढ़वाल। द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली सैकड़ों भक्तों की जयकारों,महिलाओं के धार्मिक मागंलों व स्थानीय वाद्य यंत्रों की मधुर धुनों के साथ अन्तिम रात्रि प्रवास के लिए गौण्डार गांव पहुंच गयी है। सोमवार को भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली ब्रह्म बेला पर गौण्डार गांव से प्रस्थान करेगी तथा विभिन्न यात्रा पड़ावों पर भक्तों को आशीर्वाद देते हुए मदमहेश्वर धाम पहुंचेगी तथा भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के धाम पहुंचने पर भगवान मदमहेश्वर के कपाट वेद ऋचाओं के साथ सैकड़ों श्रद्धालुओ की मौजूदगी में ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये जायेंगे। तीर्थ यात्रियों के मदमहेश्वर घाटी आवागमन से विभिन्न यात्रा पड़ावों पर रौनक लौटने लग गयी है। रविवार को ब्रह्म बेला मदमहेश्वर धाम के प्रधान पुजारी टी गंगाधर लिंग ने राकेश्वरी मन्दिर रासी में पंचाग पूजन के तहत भगवान मदमहेश्वर,भगवती राकेश्वरी सहित तैतीस कोटि देवी-देवताओं का आवाहन कर आरती उतारी तथा ठीक 7.30 बजे प्रातः भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली राकेश्वरी मन्दिर से गौण्डार गांव के लिए रवाना हुई तो सैकड़ों भक्तों की जयकारों से सम्पूर्ण भूभाग गुंजायमान हो उठा। भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली ने राकेश्वरी मन्दिर की तीन परिक्रमा की तथा ग्रामीणों ने भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली पर लाल-पीले वस्त्र अर्पित कर क्षेत्र के खुशहाली की कामना की तथा महिलाओं ने भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली को अकतोली तक पौराणिक जागीरों के गायन के साथ विदा किया। वरिष्ठ पत्रकार लक्ष्मण सिंह नेगी ने बताया कि भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के गौण्डार गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने अनेक प्रकार की पूजा सामग्रियों से अर्ध्य लगाकर मनौती मांगी। सोमवार को भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली बनातोली,खटारा नानौ,मैखम्भा,कूनचट्टी यात्रा पड़ावों पर भक्तों को आशीष देते हुए मदमहेश्वर धाम पहुंचेगी तथा डोली के धाम पहुंचने पर भगवान मदमहेश्वर के कपाट शुभ लग्नानुसार वेद ऋचाओं के साथ ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये जायेगें। मन्दिर समिति द्वारा कपाट खोलने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्वाण के नेतृत्व में मन्दिर समिति का एडवांस दल मदमहेश्रर धाम पहुंच गया है। पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश के द्वारा मदमहेश्रर मन्दिर सहित सहायक मन्दिरों को लगभग 8 कुन्टल विभिन्न प्रजाति के फूलों से सजाया गया है। डोली प्रभारी मनीष तिवारी ने बताया कि विभिन्न क्षेत्रों के सैकड़ों श्रद्धालु भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली की अगुवाई कर रहे है तथा मदमहेश्वर यात्रा पड़ावों पर तीर्थ यात्रियों के आवागमन से रौनक लौटने लगी है। इस मौके पर पूर्व प्रधान सुमन पंवार,बद्री केदार मन्दिर समिति पूर्व सदस्य शिव सिंह रावत,शिवम कुकरेती,सहायक डोली प्रभारी दीपक पंवार,वन पंचायत सरपंच शिव सिंह पंवार,वन पंचायत सरपंच किमाणा देवी शंकर त्रिवेदी,प्रकाश पंवार,प्रमोद कैशिव,लाल सिंह रावत,प्रियांशु पंवार,साहिल बिष्ट,विशेश्वर शैव,नरेश कुकरेती,दिल्ली मयूर बिहार निवासी शशि पाल नय्यर सहित देश-विदेश के सैकड़ों श्रद्धालु, हक-हकूकधारी ,ग्रामीण मौजूद थे।