* प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, उत्तराखंड (एनआईटी-यूके) के वार्षिक तकनीकी-सांस्कृतिक उत्सव ‘प्रौद्योगिकी-2024′ का उद्घाटन समारोह 09 मार्च को संस्थान के श्रीनगर परिसर में स्थित सभागार में किया गया। कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में ऑनलाइन माध्यम से प्रोफेसर महेश चंद्र गोविल,निदेशक, एनआईटी सिक्किम बतौर मुख्य अतिथि और प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी निदेशक,एनआईटी,उत्तराखंड विशिष्ट अतिथि के रूप शिरकत किया।
उद्घाटन समारोह कि अध्यक्षता करते हुए प्रोफेसर गोविल ने कहा कि आईआईटी और एनआईटी जैसे संस्थानों में आयोजित किये जाने वाले तकनीकी-सांस्कृतिक उत्सव हमेशा से ही छात्रों के समग्र कौशल को निखारने और टिकाऊ प्रौद्योगिकियों से लेकर एआई-संचालित समाधानों तक अपनी नवीन परियोजनाओं को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करते हैं। कार्यशालाएँ, व्याख्यान और प्रतियोगिताएँ इन उत्सवों का मूल हिस्सा होते है। यहां, छात्रों को उद्योग और तकनिकी जगत के विशेषज्ञों से संपर्क करने का अवसर मिलता है, जिससे शिक्षा जगत और वास्तविक दुनिया के बीच की दूरी कम हो जाती है। प्रोफेसर गोविल ने छात्रों और प्रतिभागियों को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में मुकाम हासिल करने के लिए सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर दोनों क्षेत्रों में समान रूप से ध्यान देने के सुझाव दिया।
संस्थान के निदेशक प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी ने उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि “नवाचार सशक्तिकरण, मस्तिष्क प्रज्वलन और भविष्य निर्माण” की थीम पर आधारित इस उत्सव का उद्देश्य युवा उत्साही छात्रों के बीच एक अनुकूल नवाचार संस्कृति विकसित करना है ताकि वे सामाजिक समस्याओं के बारे में बेहतर तरीके से सोचें और उनके तकनीकी समाधान खोजने का प्रयास करें।
उन्होंने कहा कि तीन दिनों तक चलने वाला यह कार्यक्रम प्राचीन भारत से लेकर 21 वीं सदी के वर्तमान युग तक भारत की सांस्कृतिक विरासत और विज्ञान और प्रौद्योगिकी की यात्रा को कवर करेगा। यह आयोजन विज्ञान, प्रौद्योगिकी और प्रबंधन के सभी क्षेत्रों को कवर करने वाली प्रतियोगिताओं की एक विशाल श्रृंखला की मेजबानी करेगा,जिसमें भव्य पुरस्कार, असाधारण नेटवर्किंग के अवसरों के साथ,दैनिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों,इंजीनियरिंग गेम्स, प्रसिद्ध टेक यूट्यूबर्स कि मेजबानी,विशेषज्ञ व्याख्यान के साथ 12 मेगा कार्यक्रमों की एक श्रृंखला शामिल है।
प्रोफेसर अवस्थी ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम प्रतिस्पर्धा की भावना को भी बढ़ावा देते हैं, जिससे प्रतिभागियों को न केवल अपने साथियों से बल्कि अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ से भी आगे निकलनेकि प्रेरणा मिलती है।
इवेंट मैनेजमेंट प्रशिक्षण में छात्र कई प्रकार के कौशल हासिल कर सकते हैं। साथ ही इन कार्यक्रमों में भाग लेने से छात्रों में सांस्कृतिक जागरूकता,टीम वर्क कि भावना,निर्णय लेने का कौशल,नेतृत्व कौशल,संचार कौशल,प्रतिबद्धता,रणनीतिक योजना,समय प्रबंधन,इवेंट प्रबंधन,स्व-प्रबंधन,प्रदर्शन करने की क्षमता,सकारात्मक दृष्टिकोण और रचनात्मकता जैसे रोजगार योग्यता कौशलों का विकास होता है। अपने समापन सम्बोधन में प्रोफेसर अवस्थी ने कार्यक्रम के आयोजकों की सराहना की और समस्त छात्रों और संकाय सदस्यों का आह्वाहन किया कि बेहतर भविष्य,आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और एक आधुनिक समाज के निर्माण के लिए वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचार आईडीएट इन इंडिया , इनोवेट इन इंडिया,मेक इन इंडिया एंड मेक फॉर द वर्ल्ड’ को अपनाएं और भारत को अग्रणी देशों की कतार में शामिल करने में योगदान दें।
मौके पर डॉ.धर्मेंद्र त्रिपाठी (डीन स्टूडेंट वेलफेयर), डॉ.सनत अग्रवाल (डीन रिसर्च एंड कंसल्टेंसी) डॉ.जाग्रति सहरिया (डीन अकादमिक), डॉ.कुलदीप शर्मा (एसोसिएट डीन स्टूडेंट वेलफेयर), कार्यक्रम के समन्वयक डॉ.पंकज कुमार पाल, टेक्निकल क्लब के समन्वयक टी सुधाकर एवं प्रोफेसर संजीव नैथानी,जी.बी.पंत इंजीनियरिंग कॉलेज,पौडी तथा डॉ बृजेश गंगील,गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय,निर्णायक समिति के सदस्य के रूप में मौजूद थे