श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ का समापन हुआ श्रद्धालु-भक्तगण जयकारों से नाचते झूमते हुए व्यास को विदा किया*

* प्रदीप कुमार

देहरादून/श्रीनगर गढ़वाल। देहरादून राजधानी के निकटवर्ती प्रेमनगर स्थित स्मिथ नगर क्षेत्र में श्रीमद् भागवत ज्ञान सरिता के समापन दिवस की कथामृत पान कराते हुए व्यासपीठ पर विराजमान ज्योतिषाचार्य पंडित वृजमोहन डिमरी ने आज के वक्तव्य मेंकहां की भगवान श्री कृष्ण ने 16108 कन्याओं से ब्याह किया प्रत्येक पत्नी से 10 पुत्र व एक कन्या उपलब्ध हुए भगवान अपने अखिल परिवार के साथ अपने पुत्रों को रहस्य सानंद मम रहने का उपदेश दिया और कहा कि गृहस्त रुपी जीवन में बोये हुए बीज रूपी कर्मों का परिणाम भोगना पड़ता है। भगवान श्री कृष्ण ने इस धारा को दुष्ट पाई राजाओं के अन्याय से मुक्त कराकर सभ्य समाज को यह प्रकृति भगवान की बनाई हुई इसको सुरक्षित और सुसज्जित रखना है। आज कथा समापन पर कहीं गणमान्य व्यक्तियों भक्त प्रेमियों ने व्यास पीठ पर विराजमान बृजमोहन डिमरी का आशीर्वाद प्राप्त किया जिसमें कर्नल अजय कोठियाल,अमर हिंन्दूस्तान के सह संपादक को व्यास भगवान ने फूल मालाओं से और शुफल देकर उनका स्वागत किया। सभी भक्ति प्रेमी माता बहनों को कलश और सुफल दिया गया। आयोजकों ने अपने पितरों की तृप्ति हेतु श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ करने वाले मुख्य यजमान प्रताप सिंह बिष्ट,राधा बिष्ट,खड़क सिंह बिष्ट, भागीरथी देवी द्वारा सभी कथा प्रेमियों को प्रसाद एवं भंडारा आयोजित कर वितरण करवाया गया।

श्रीमद् भागवत कथा में मुख्य आचार्य पंडित शशि मोहन थपलियाल,यजमान के कुल पुरोहित रमेश चंद्र मिश्र,पंडित चंद्र मोहन थपलियाल,पंडित हरीश ममगाई,पंडित आनंद पालीवाल,पंडित भास्कर गैरोला, अनिल काला,दिनेश नौटियाल, रितेश चमोली,आदि यजमानों में हरिकृष्ण बिष्ट,सुनैना देवी,उदय सिंह बिष्ट,महेंद्र सिंह रावत,पुष्पा देवी,विश्वंभरी देवी,धीरज बुटोला, नंदन सिंह बिष्ट,कुन्दन सिंह मेहरा,राजकमल बिष्ट,पूजा बिष्ट, कर्ण सिंह बिष्ट,अशोक रावत, दीपिका रावत,अंजू पंवार,कमल रावत,पुष्कर सिंह रौथाण,अनीता देवी रौथाण,विजय सिंह भंडारी,खेम सिंह,नमिता रावत, नीलम रावत,राहुल सिंह बिष्ट, आदि लोगों ने कथा श्रवण किया।