गरीब और असहाय बच्चों की सहायता ईश्वर की पूजा से भी बढ़कर है: डॉक्टर घिल्डियाल*

प्रदीप  कुमार

ऋषिकेश/श्रीनगर गढ़वाल। गरीब और असहाय बच्चों की सहायता करना ईश्वर की पूजा से भी बढ़कर है इसलिए समाज सेवी संस्थाओं एवं सभी लोगों को इसके लिए बढ़-चढ़कर आगे आना चाहिए।

उपरोक्त विचार शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने व्यक्त किए वह आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस छात्रावास में सुभाष जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का “मुख्य अतिथि” के रूप में शुभारम्भ कर उपस्थित जनता को संबोधित कर रहे थे। सहायक निदेशक ने कहा कि” तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा” का उद्घोष करने वाले सुभाष चंद्र बोस का जीवन श्रीमद् भागवत गीता से प्रभावित था जहां उस ग्रंथ में गांधी जी ने अहिंसा ढूंढी तो सुभाष चंद्र बोस ने क्रांति ढूंढ निकाली।
डॉक्टर घिल्डियाल ने कहा कि यदि अहिंसा के साथ क्रांति की चिंगारी न होती तो भारत को स्वतंत्र नहीं किया जा सकता था, इसलिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस हमेशा के लिए भारतीय मानस पटल पर अमर रहेंगे।
अति विशिष्ट अतिथि राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस के आचरण से बच्चों में देश के प्रति त्याग एवं बलिदान की भावना बलवान होगी। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं द्वारा विभिन्न किस्म के साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भव्य प्रस्तुति दी गई।
विद्यालय में पहली बार पहुंचने पर मुख्य अतिथि सहायक निदेशक डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल का अपने पूरे स्टाफ एवं उपस्थित अतिथियों को साथ में लेकर पुष्प गुच्छ ,अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर गर्म जोशी से स्वागत करते हुए छात्रावास वार्डन श्रीमती अंजू श्रीवास्तव ने कहा कि राज्य स्तरीय अधिकारी के आने से छात्र छात्राओं एवम स्टाफ का मनोबल ऊंचा हुआ है। इस अवसर पर सहायक निदेशक ने छात्रावास में रह रहे गरीब घरों के बच्चों को गर्म कपड़े, स्वेटर, मौजे ,दस्ताने और जूते भी वितरित किए।
मौके पर मशहूर हृदय रोग विशेषज्ञ एमसी श्रीवास्तव, आयुर्वेद के विशेषज्ञ एवं ओम सेवा साधना संस्था के अध्यक्ष डॉक्टर डीके श्रीवास्तव, वीरेंद्र सेमवाल,लतिका तिवारी, एसपी बेलवाल, डीपी डंगवाल आदि उपस्थित रहे।