मेडिकल कॉलेज व बेस चिकित्सालय का अपर सचिव चिकित्सा के औचक निरीक्षण में स्वच्छता व व्यवस्थाएं मिली दुरस्त,कैथ लैब की चिन्हित जगह का किया विस्तृत निरीक्षण

प्रदीप कुमार

श्रीनगर गढ़वाल। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की अपर सचिव व एएमडी ( एन.एच.एम.) अमनदीप कौर ने शुक्रवार को राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं बेस चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में अपर सचिव ने मेडिकल कॉलेज में लैब के साथ ही प्रेक्षागृह सहित अन्य विभागों का निरीक्षण किया। जबकि बेस चिकित्सालय में आईसीयू वार्ड, एनेस्थिसिया वार्ड, डेंगू वार्ड, ब्लड़ बैंक, डायलिसिस, एमआरआई, सीटी स्केन, इमरजेंसी, ओपीडी सहित सीसीबी ब्लॉक के निर्माण कार्यो का निरीक्षण किया। इसके साथ ही कैथ-लैब बनाये जाने के स्थान का विस्तृत निरीक्षण कर चिन्हित स्थान पर संतुष्टि जताई। चिकित्सालय में अपर सचिव ने बेस अस्पताल की सफाई व अन्य व्यवस्थाओं पर संतुष्टि जताई। जबकि अस्पताल संबंधी अन्य समस्याओं एवं आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए शासन स्तर से सपंर्क करने के निर्देश दिये, ताकि जल्द हल हो सके।


बेस अस्पताल में निरीक्षण के दौरान अपर सचिव अपर सचिव अमनदीप कौर अस्पताल की ओपीडी से लेकर आईपीडी के बारे में जानकारी ली, जबकि विभिन्न जांचों को लेकर होने वाली जांचों तथा आयुष्मान के तहत भर्ती होने वाले मरीजों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि शत-प्रतिशत आयुष्मान का लाभ सभी को मिले इसके लिए अस्पताल प्रशासन,डॉक्टर व आयुष्मान टीम समन्वय बनाकर लाभार्थियों की संख्या बढ़ाये। उन्होंने हेल्थ एटीएम मशीन को लैब के पास स्थापित करने के निर्देश दिये, ताकि लैब से टैक्नीशियन हर समय जांच के लिए तैयार रहे। अपर सचिव ने अस्पताल के पास बन रहे क्रिटिकल केयर ब्लॉक का भी निरीक्षण करते हुए निर्माण कार्य में गुणवत्ता रखे जाने हेतु कॉलेज प्रशासन को नियमित चेकिंग के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.सीएमस रावत ने मेडिकल कॉलेज व चिकित्सालय की व्यवस्थाओं से लेकर सभी जानकारियों से अवगत कराया तो नवनियुक्त एमएस डॉ.अजेय विक्रम सिंह,अपर एमएस डॉ. सुरिन्दर सिंह ने अपर सचिव को अस्पताल में मिलने वाली मरीजों की सुविधाओं के संदर्भ में अवगत कराया। निरीक्षण के दौरान अपर सचिव ने रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. विक्की वख्शी को टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत अधिक से अधिक टेस्टिंग कराने के निर्देश दिये, ताकि 2024 तक उत्तराखंड टीबी मुक्त उत्तराखंड बन सके। इस मौके पर डॉ. विनीता रावत, डॉ. कैलाश गैरोला, डॉ.लीना, डॉ.दीपक द्विवेदी, डॉ. सुरेन्द्र कुमार, वरिष्ठ फार्मेसिस्ट अनिल उनियाल सहित तमाम नर्सिंग इंचार्ज और अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
आयुष्मान और आभा के लिए कैंप मोड-
निरीक्षण दौरान वार्ता में अपर सचिव स्वास्थ्य व एएमडी ( एन.एच.एम.) अमनदीप कौर ने कहा कि रूद्रप्रयाग और चमोली भ्रमण के बाद श्रीनगर पहुंची है। जिसमें मुख्य रूप से कैथ – लैब, टी.बी. मुक्त उतराखंड के साथ साथ आयुष्मान कार्ड एवं आभा कार्ड बनाने वालों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिये। साथ ही उक्त कार्डो को बनाने में आ रही दिक्कतें जैसे मोबाइल का आधार से लिंक ना होने सहित जो भी दिक्कतें बताई गई,उनको कैसे हल करे इस पर कार्य होगा। साथ ही अस्पतालों को जिला प्रशासन से समन्वय बनाकर आयुष्मान और आभा आईडी कार्ड बनाने के लिए कैंप लगाने के निर्देश दिये है।