प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। प्रो.ललित कुमार अवस्थी, निदेशक, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, उत्तराखंड द्वारा शोध और नवप्रवर्तन के विविध क्षेत्रों में उत्कृष्टता हेतु निरंतर प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए एक तरफ बदलते शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र के अनुकूल समय-समय पाठ्यक्रम में लगातार सुधार किया जा रहा है, वही दूसरी तरफ राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप बहु-विषयक, बहु संस्थागत एवं गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा हेतु विभिन्न शिक्षण संस्थानों और विश्वविद्यालयों के साथ अकादमिक सहयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी संदर्भ में 18 अक्टूबर को प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी, निदेशक एनआईटी उत्तराखंड और प्रोफेसर बोध राज मेहता , कुलपति,जेपी इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (जेआई आईटी), नोएडा, उत्तर प्रदेश, ने एक अकादमिक समझौते पर हस्ताक्षर किये।
समझौता ज्ञापन पर अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रोफेसर अवस्थी ने कहा एनआईटी उत्तराखंड विभिन्न क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर के संस्थानों और प्रतिष्ठानों के साथ अपने अकादमिक और औद्योगिक सम्बन्धो को मजबूत कर रहा ताकि छात्रों, शिक्षकों और शोधकर्ताओं को मानवीय जरूरतों को बेहतर तरीके से संबोधित करने के लिए व्यापक अवसर मिल सके। उन्होंने कहा की इस समझौता ज्ञापन का प्राथमिक उद्देश्य संयुक्त शैक्षणिक और अनुसंधान कार्यक्रमों, छात्रों के संयुक्त पर्यवेक्षण, संयुक्त प्रायोजित अनुसंधान परियोजनाओं और संयुक्त प्रकाशनों के माध्यम से दोनों संस्थानों के संकाय सदस्यों, कर्मचारियों और छात्रों और शोध छात्रों के बीच अकादमिक बातचीत और सहयोग को बढ़ावा देना है।
प्रोफेसर अवस्थी ने आगे कहा कि इस समझौते के तहत दोनों संस्थान छात्रों और संकाय के प्रशिक्षण में सहयोग, छात्रों के लिए इंटर्नशिप कार्यक्रम , औद्योगिक प्रशिक्षण, अतिथि व्याख्यान,कार्यशाला,औद्योगिक दौरों का संचालन और छात्र प्रशिक्षण और दौरे,दोनों संस्थानों में प्रासंगिक बुनियादी ढांचे की स्थापना और रखरखाव में संयुक्त सहयोग और भागीदारी एवं दोनों पक्ष यथासंभव ऐसी सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास करेंगे जिससे संकाय को संबंधित विभागों/केंद्रों और संस्थानों में अनुभव और प्रशिक्षण प्राप्त करने में मदद मिल सकें।
प्रोफेसर बोध राज मेहता ने अपने संबोधन में एमओयू के महत्व पर प्रकाश डाला और अनुसंधान सहयोग और अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की इसकी क्षमता पर जोर दिया। प्रोफेसर अवस्थी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए प्रोफेसर मेहता ने कहा यह समझौता ज्ञापन एक आशाजनक साझेदारी का प्रतीक है जो अनुसंधान, नवाचार और अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देगा, जिससे दोनों संस्थानों के साथ व्यापक समुदाय को भी लाभ होगा।
एमओयू पर हस्ताक्षर जेआईआईटी के नोएडा परिसर में किया गया। इस दौरान डॉ.सनत अग्रवाल (डीन रिसर्च एंड कंसल्टेंसी, एनआईटी), एवं जेआईआईटी के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।