देहरादून।उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर उत्तराखंड उर्दू अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष व अंतरराष्ट्रीय शायर व कवि अफजल मंगलौरी ने उत्तराखंड में उर्दू भाषा के साहित्यकारों के लिए एक लाख रुपये का एवार्ड दिए जाने का स्वागत करते हुए उनका आभार प्रकट किया।अफजल मंगलौरी ने उत्तराखंड साहित्य गौरव सम्मान व लोकभाषा कवि सम्मेलन के अवसर पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि गढ़वाली,कुमायूंनी,हिंदी,जौनसारी व अन्य भाषओं के साहित्यकारों के साथ उर्दू के साहित्यकारों का सम्मान पूरी उर्दू दुनिया के उर्दू प्रेमियों का सम्मान है।उन्होंने कहा कि डा.उनवान चिश्ती के नाम पर ये एवार्ड घोषित करके भाषा विभाग और संस्थान ने सराहनीय कार्य किया है।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभिन्न भाषाओं के साहित्यकारों को सम्मानित करते हुए कहा कि भारतवर्ष सदियों से अनेकता में एकता,सर्वधर्म समभाव,वसुधैव कुटुम्बकम के सिद्धांतों का देश है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी “सबका साथ-सबका विकास” मन्त्र देकर हर वर्ग,हर जाति,हर धर्म,हर समुदाय और हर भाषा के मानने वालों के उत्थान और कल्याण के रास्ते खोल दिये है।मुख्यमंत्री धामी ने भाषा मन्त्री सुबोध उनियाल के भाषा विभाग में किये गए कार्यों और योजनाओं की तारीफ करते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन में साहित्यिक क्षेत्र में हमारा राज्य और अधिक प्रगति करेगा और लोकभाषाओं के संवर्धन के लिए नई राह मिलेगी।उर्दू भाषा के लिए पुरस्कार राजेश आनन्द असीर को प्रदान किया गया।इस अवसर पर भाषा मंत्री सुबोध उनियाल,सचिव भाषा विनोद कुमार रतूड़ी,निदेशक भाषा संस्थान स्वाति एस.भदौरिया व अनेक भाषाओं के साहित्यकारों ने भाग लिया।