आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के लक्ष्य में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के छात्र कल्याण अनुभाग द्वारा छात्रों व कर्मचारियों के बीच योग के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से योग प्रशिक्षण शिविर का आयोजन।

गबर सिंह भंडारी

श्रीनगर गढ़वाल – राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान श्रीनगर के निर्देशक प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी ने संस्थान के छात्र कल्याण अनुवाद द्वारा आयोजित योग शिविर का उद्घाटन किया। “स्वास्थ्य का मतलब केवल आरोग्य शरीर ही नहीं होता है। स्वास्थ्य एक व्यापक अवधारणा है। यह व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, भावनात्मक और सामाजिक स्वास्थ्य की ऐसी अवस्था है जो किसी व्यक्ति को सामाजिक चुनौतियों और तनावों का सफलता पूर्वक सामना करने में सक्षम बनाता है। “यह बात राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी ने संस्थान के छात्र कल्याण अनुभाग द्वारा आयोजित योग शिविर के उद्घाटन समारोह के दौरान कही।
आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के छात्र कल्याण अनुभाग द्वारा छात्रों और कर्मचारियों के बीच योग के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से योग प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस शिविर गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है और इसका समापन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून , 2023 को किया जाएगा। उद्घाटन समारोह पर योग साधको को सम्बोधित करते हुए प्रोफेसर अवस्थी ने कहा ” योग दुनिया का प्राचीनतम भारतीय अभ्यास है। योगासन और प्राणायाम बाह्य शरीर के साथ साथ अंतरात्मा को भी स्वच्छ करने और मनुष्य के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, भावनात्मक और सामाजिक स्वास्थ्य को सही रखने में सहायक सिद्ध हो सकते है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मनुष्य का सच्चा साथी उसका स्वस्थ शरीर होता है और इसका ध्यान रखना हर इंसान का कर्त्तव्य ही नहीं उत्तरदायित्व भी है। उन्होंने कहा कि यह योग शिविर इसी मूल उद्देश्य के साथ आयोजित किया गया है ताकि संस्थान के छात्र और कर्मचारी गण योग के प्रति जागरूक हो सकें और इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाकर स्वयं को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत रख सकें। साथ ही वे समाज ,कार्यस्थल और देश के प्रति अपने उत्तरदायित्वों का भली भांति निर्वहन करते हुए भारत को एक गौरवशाली और समृद्धशाली राष्ट्र बनाने में मदद कर सकें।
योग शिविर के उद्घाटन के बाद संस्थान में साइकिल रैली का आयोजन करके ‘विश्व साइकिल दिवस’ मनाया गया। रैली को माननीय निदेशक महोदय ने स्वयं साइकिल चलाकर और हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि साइकिल परिवहन के लिए एक सबसे सरल, सस्ता, स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल साधन है। निदेशक महोदय ने आगे कहा “वर्तमान में पूरी दुनिया ग्लोबल वार्मिग जैसी भीषण समस्या का सामना कर रही है। इस रैली के आयोजन का मुख्य उद्देश्य परिवहन के साधन के रूप में साइकिल को बढ़ावा देकर पृथ्वी को ग्लोबल वार्मिंग से बचाना है। ” उन्होंने कहा कि मुझे आशा है कि यह रैली युवाओ के अस्वास्थ्यकर जीवन शैली जैसे मुद्दों को हल करने के साथ उनके अंदर, भाईचारे, राष्ट्रवाद और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता विकसित करने में सहायक सिद्ध होगा।
इस अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण एवं प्रभारी कुलसचिव डॉ धर्मेंद्र त्रिपाठी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि योग शिविर और साइकिल रैली के आयोजन का उद्देश्य आधारभूत परिवहन, आवागमन और शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत करने के लिए युवाओं के बीच योग एवं साइकिल चलाने की संस्कृति को विकसित करना है।
इस दौरान एसोसिएट डीन डॉ राकेश मिश्रा, स्पोर्ट्स अफसर डॉ कुलदीप सिंह एवं संस्थान के अन्य संकाय सदस्यों और कर्मचारी गण मौजूद थे ।