माणा में ड्यूटी के दौरान महिला कांस्टेबल विमला भंडारी ने पेश की इंसानियत की मिसाल, बिछड़ी महिला को परिजनों से मिलाया, खोया फोन लौटाया।
बद्रीनाथ के समीप स्थित भारत के प्रथम गांव माणा में अपनी ड्यूटी के दौरान तैनात महिला कांस्टेबल विमला भंडारी ने सराहनीय कार्य करते हुए दो अलग-अलग मामलों में लोगों की मदद कर पुलिस विभाग और इंसानियत की मिसाल पेश की है।
पहला मामला आंध्र प्रदेश की निवासी 54 वर्षीय श्रीमती लक्ष्मी नगातर से जुड़ा था। वह पुष्कर कुंभ में स्नान के दौरान अपने परिजनों से बिछड़ गई थीं। परिजनों ने काफी तलाश की लेकिन जब वह नहीं मिलीं तो उन्होंने अपनी परेशानी महिला कांस्टेबल विमला भंडारी को बताई। कांस्टेबल विमला भंडारी ने बिना देर किए श्रीमती लक्ष्मी नगातर की तलाश शुरू की और अपनी सूझबूझ व सक्रियता से काफी मशक्कत के बाद उन्हें ढूंढ निकाला। गुमशुदा महिला को ढूंढने के बाद, कांस्टेबल विमला भंडारी ने उन्हें सुरक्षित उनके परेशान परिजनों के सुपुर्द कर दिया। अपनी बिछड़ी सदस्य को वापस पाकर परिजनों ने राहत की सांस ली और महिला कांस्टेबल विमला भंडारी का हृदय से आभार व्यक्त किया।
एक अन्य घटना में, माणा स्थित प्रसिद्ध गणेश गुफा के पास किसी श्रद्धालु का मोबाइल फोन खो गया था। श्रद्धालु अपना कीमती फोन खो जाने से काफी परेशान था। महिला कांस्टेबल विमला भंडारी को जब इस मामले की जानकारी मिली, तो उन्होंने फोन ढूंढने में मदद करने का निर्णय लिया। गणेश गुफा के आसपास गहन तलाशी के बाद, उनकी कोशिश रंग लाई और उन्होंने खोया हुआ मोबाइल फोन ढूंढ निकाला। उन्होंने तुरंत वह फोन उसके मालिक श्रद्धालु को लौटा दिया। अपना खोया हुआ फोन वापस पाकर श्रद्धालु की खुशी का ठिकाना न रहा और उसने महिला कांस्टेबल विमला भंडारी का तहे दिल से धन्यवाद किया।