देहरादून,भारत के प्रथम गांव माणा में वाइब्रेंट विलेज मीटिंग: पुलिस और ग्रामीणों के बीच मजबूत संबंधों का आधार
आज दिनांक 06/10/2024 को पुलिस उपाधीक्षक चमोली, श्री संजय गर्ब्याल ने माणा गांव में ग्रामीणों के साथ एक वाइब्रेंट विलेज मीटिंग आयोजित की। इस मीटिंग का मुख्य उद्देश्य गांव में सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए पुलिस और ग्रामीणों के बीच बेहतर समन्वय और सहयोग स्थापित करना था।
मीटिंग में सुरक्षा संबंधी विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई, जिनमें अपराध नियंत्रण, साइबर अपराध की रोकथाम, यातायात नियमों का पालन, सार्वजनिक स्थानों पर निगरानी और आपातकालीन सेवाओं की उपलब्धता प्रमुख थे।
इसके अलावा, सामुदायिक सहयोग को बढ़ावा देने, नागरिक-पुलिस संवाद को मजबूत बनाने तथा सामुदायिक सुरक्षा कमेटी के गठन पर भी जोर दिया गया। मीटिंग में आयोजना और समन्वय के मुद्दों पर भी चर्चा हुई जिसमें सामुदायिक कार्यक्रमों की सुरक्षा व्यवस्था, सार्वजनिक समारोहों में पुलिस की तैनाती और आपातकालीन स्थितियों में पुलिस की प्रतिक्रिया शामिल थी।
नागरिकों के लिए सुरक्षा टिप्स, पुलिस की जवाबदेही और पारदर्शिता तथा नागरिकों की शिकायतों के निपटान जैसे पहलुओं पर भी प्रकाश डाला गया।
पुलिस और ग्रामीणों के बीच मजबूत संबंध:
यह मीटिंग पुलिस और ग्रामीणों के बीच संवाद और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई। इन मुद्दों पर चर्चा और समाधान निकालने से वाइब्रेंट विलेज में पुलिस और नागरिकों के बीच संबंध और मजबूत हो सकते हैं। यह सुरक्षा व्यवस्था में सुधार लाने और गांव में शांति और व्यवस्था बनाए रखने में अहम भूमिका निभाएगा।
माणा गांव में आयोजित वाइब्रेंट विलेज मीटिंग ने पुलिस और ग्रामीणों के बीच एक मजबूत आधार तैयार किया है। इस तरह की मीटिंगें स्थानीय स्तर पर पुलिसिंग को बेहतर बनाने और नागरिकों को सुरक्षित महसूस कराने में सहायक होती हैं। आशा है कि इस पहल से माणा गांव में शांति और सुरक्षा का माहौल और मजबूत होगा।
इस दौरान थानाध्यक्ष नवनीत भंडारी व माणा गांव के ग्रामीण मौजूद रहे।