संदिग्धों की पहचान हेतु चमोली पुलिस ने चलाया बृहद सत्यापन अभियान, किरायेदारों का सत्यापन न कराने वाले मकान मालिको का किया चालान

चमोली-संदिग्धों की पहचान हेतु चमोली पुलिस ने चलाया बृहद सत्यापन अभियान, किरायेदारों का सत्यापन न कराने वाले मकान मालिको का किया चालान, पुलिस अधीक्षक चमोली सर्वेश पंवार  द्वारा बाहरी राज्यों से जनपद चमोली में आने वाले, निवासरत एवं कार्यरत व्यक्तियों का जनहित में सत्यापन हेतु समस्त थाना प्रभारियों को अपने-अपने थाना क्षेत्रों में श्रमिकों, किरायेदारों, फड़-फेरी, मजदूरों, बाहरी व्यक्तियों, संदिग्ध रूप से घूम रहे व्यक्तियों के आगमन पर अग्रिम सत्यापन की कार्यवाही हेतु कड़े निर्देश दिये गये हैं।
जिसके क्रम में चमोली पुलिस ने जनपद में सुरक्षा को बढ़ाने और बाहरी व्यक्तियों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए एक बृहद सत्यापन अभियान चलाया है। इस अभियान का उद्देश्य जिले में कानून और व्यवस्था बनाए रखना और असमाजिक तत्वों की पहचान करना था। इस अभियान के तहत सभी पुलिस थानों ने दुकानदारों, किरायेदारों तथा बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन किया। पुलिस का यह प्रयास ना केवल स्थानीय निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए है, बल्कि यह अवैध गतिविधियों को रोकने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इस अभियान के दौरान बाहरी व्यक्तियों, दुकानदारों और किरायेदारों का विस्तृत सत्यापन किया गया। पुलिस ने क्षेत्र में रह रहे सभी बाहरी लोगों से उनके पहचान पत्रों की जाँच की और उनके ठिकाने के बारे में जानकारी एकत्र की। दुकानदारों के दस्तावेजों का भी बारीकी से निरीक्षण किया गया ताकि अवैध गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके। इसके अतिरिक्त, पुलिस ने किरायेदारों के सत्यापन पर विशेष ध्यान केंद्रित किया और जिन मकान मालिकों ने अपने किरायेदारों का सत्यापन नहीं कराया था, उनके खिलाफ चालान की कार्रवाई की गई ताकि उन्हें यह एहसास हो सके कि यह प्रक्रिया कितनी महत्वपूर्ण है। थाना कर्णप्रयाग द्वारा किरायेदारो का सत्यापन न कराने पर तीन मकान मालिकों का 30,000 रुपए का चालान किया गया। यह अभियान कानून व्यवस्था बनाए रखने और अपराधों की रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
चमोली पुलिस की यह पहल न केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहायक सिद्ध होगी, बल्कि यह स्थानीय समुदाय में जागरूकता बढ़ाने का भी कार्य करेगी। इस अभियान के द्वारा पुलिस का संदेश स्पष्ट है कि क्षेत्र में रहने वाले सभी व्यक्तियों की पहचान और सत्यापन जरूरी है, जिससे सुरक्षा उपायों को और सशक्त बनाया जा सके।
इस अभियान का स्थानीय निवासियों पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ा, क्योंकि इससे उन्हें सुरक्षित महसूस हुआ।