देश में अमन-शांति और भाईचारे के लिए उठे हजारों हाथ,ईदगाह समेत मस्जिदों में अदा की गई ईद-उल-अजहा की नमाज

इमरान देशभक्त

रुड़की।ईद-उल-अजहा का त्यौहार नगर व आसपास के क्षेत्रों में अकीकत और श्रद्धा के साथ मनाया गया।नगर की प्राचीन ईदगाह सहित समीपवर्ती रामपुर ईदगाह तथा अन्य मस्जिदों में भी नमाजियों द्वारा बड़ी तादाद में ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की गई,साथ ही देश-दुनिया में अमन,शांति कायम होने तथा देश व प्रदेश की तरक्की और भाईचारे की विशेष दुआ मुफ्ती मोहम्मद सलीम द्वारा कराई गई।नगर की ईदगाह में मुफ्ती मोहम्मद सलीम ने ईद-उल-अजहा की नमाज अदा कराई।नमाज से पूर्व उन्होंने खुतबा बयान करते हुए ईद-उल-अजहा,कुर्बानी तथा हज पर विस्तार से प्रकाश डाला।इस त्यौहार की महत्ता को बताते हुए उन्होंने कहा कि यह त्यौहार हमें पैगंबर हजरत इब्राहिम की सुन्नतों को याद दिलाता है।हजरत इब्राहिम ने अल्लाह की राह में अपने बेटे की कुर्बानी सऊदी अरब की मीना की पहाड़ियों पर आज से लगभग साढ़े चार हजार हजार वर्षों पूर्व दी थी,जो अल्लाह के प्रति उनके समर्पण का भाव था और तभी से दुनिया भर के मुसलमान इस परंपरा को कायम रखते हुए जानवरों की कुर्बानी पैगंबर हजरत इब्राहिम की सुन्नत के रूप में करते आ रहे हैं।यह त्यौहार त्याग और बलिदान का त्यौहार भी माना जाता है।सभी नगरवासियों को ईद-उल-अजहा की मुबारकबाद देते हुए उन्होंने कहा कि इस त्यौहार को हम सब प्यार-मोहब्बत के साथ सादगी से मनाएं।अपने हिंदू भाइयों की भावनाओं का विशेष ध्यान रखते हुए कोई भी ऐसा कार्य न करें,जिससे कि उन्हें आहत पहुंचे।कुर्बानी करते समय विशेष सतर्कता बरतें तथा वीडियो आदि बनाकर सोशल मीडिया पर ना डालें,वहीं उन्होंने बियाह,शादियों में भी फिजूल खर्ची को शरीयत के खिलाफ बताया और कहा कि फिजूल खर्ची और दिखावा करने वाले लोग सच्चे मुसलमान नहीं हो सकते।सोत मोहल्ला स्थित जामा मस्जिद में कारी मोहम्मद शाबान ने नमाज अदा कराई तथा मौलाना अरशद कासमी ने खुतबा बयान करते हुए ईद-उल-अहजा की विशेषता पर प्रकाश डाला,वही उमर बिन खत्ताब में मौलाना मोहम्मद साजिद ने नमाज अदा काराई और मौलाना अजहर उल हक ने अपना बयान किया।इसके अलावा मौलाना मोहम्मद यूसुफ मैं ने मस्जिद शेख बेंचा तथा मदरसा इरफान उल उलूम में मौलाना मोहम्मद मूसा ने ईद-उल-अजहा की नमाज अदा कराई और देश में शांति तथा भाईचारे की दुआएं मांगी।उन्होंने पैगाम दिया कि इस त्यौहार पर हमें अपने अंदर छिपी तमाम बुराइयों का त्याग कर इस्लामी सिद्धांतों के अनुसार अपनी जिंदगी बिताने का संकल्प लेना चाहिए।इस अवसर पर शहर काजी शकील अहमद,वक्फ जामा मस्जिद,ईदगाह व कब्रिस्तान प्रबंधक हाजी मोहम्मद मुस्तकीम,हाजी फुरकान अहमद विधायक,समाजसेवी इंजीनियर मुजीब मलिक,डा०नैयर काजमी,हाजी मोहम्मद सलीम खान,हाजी नौशाद अहमद,मोहम्मद मोफीक,प्रधान अब्दुल वहीद,पार्षद मोहसिन अल्वी,रियाज कुरैशी,शेख अहमद जमां,मोहम्मद यासीन महीगीर,अलीम सिद्दीकी,हाजी गुलफाम अहमद,सैयद नफीसुल हसन,मास्टर शमसुद्दीन,डॉक्टर मोहम्मद मतीन,हाजी लुकमान कुरैशी,इमरान देशभक्त,हाजी मोहम्मद मुमताज,बाबू अब्दुल कय्यूम,मोहम्मद आलम,जाकिर हुसैन तुर्क,हाजी महबूब कुरैशी व सलमान फरीदी आदि मौजूद रहे,वहीं दूसरी ओर वरिष्ठ भाजपा नेता तथा मानव अधिकार संरक्षण ब्योरो के अध्यक्ष एडवोकेट नवीन कुमार जैन ने ईदगाह के बाहर कैंप लगाकर सभी मुस्लिम भाइयों को अपनी शुभकामनाएं दी तथा एक दूसरे से गले मिल उनका मुंह मीठा कराया।पुलिस,प्रशासन की ओर से ईदगाह तथा नगर की व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया एवं रुड़की नगर निगम द्वारा ईदगाह व मस्जिदों के आसपास बेहतर ढंग से सफाई व्यवस्था कराई गई।