प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। पर्यावरण संरक्षण और समुदाय संबंधों को बढ़ावा देने के एक संयुक्त प्रयास में,वीर चंद्र सिंह गढ़वाली मेडिकल कॉलेज के राष्ट्रीय मेडिकोस संगठन (एनएमओ) इकाई और एचएनबी यूनिवर्सिटी के छात्रों ने रविवार,19 मई, 2024 को सफाई अभियान का सफल आयोजन किया। यह अभियान बद्रीनाथ मार्ग पर श्रीकोट नगर उत्तराखंड के पास किया गया।
एक स्वच्छ और हरित पर्यावरण को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता के साथ,राष्ट्रीय मेडिकोस संगठन (एनएमओ) और एचएनबी यूनिवर्सिटी के छात्रों और डॉक्टर्स ने 100 मीटर में 1000 से ज़्यादा प्लास्टिक बॉटल जमा की,वे दस्ताने,कचरे के थैले,और संकल्प के साथ स्थानीय अनुकूलता के लिए अपना समय और प्रयास समर्पित करते हैं,उत्तराखंड की प्राकृतिक सौंदर्य की संरक्षा में अपना योगदान देते हैं। एनएमओ इकाई द्वारा प्रेरित इवेंट,समुदाय सेवा और पर्यावरण संरक्षण में निरंतर समर्थन के लिए संगठन की अनचाहे दिशा को दिखाता है। विभिन्न पृष्ठभूमियों से व्यक्तियों को एक सामान्य कारण में जोड़कर,स्वच्छता अभियान ने सकारात्मक परिवर्तन के लिए सामूहिक क्रिया की शक्ति को अंजाम दिया। प्राचार्या डॉ.सी.एम.एस.रावत के अद्भुत नेतृत्व में,स्वच्छता अभियान प्रारंभ हुआ था,जो स्वयंसेवकों और प्रतिभागियों के लिए एक प्रारंभिक बिंदु के रूप में कार्य किया गया था। डॉ.सुरेंद्र सिंह नेगी ने बताया की चार धाम यात्रा के दौरान यात्री कई बार कूड़ा और कांच की बोतलें रोड पर ही फेक देते हैं,इससे पर्यावरण को तो हानि होती ही है,और पशु पक्षी भी कई बार प्लास्टिक निगल लेते हैं। इस मौके पर डॉ.अमन भारद्वाज ने कहा कि बच्चों का यह कदम प्रशंसा योग्य है,और पूरे यात्रा के दौरान ऐसे अभियान करने से लोगों में जागरूकता आएगी,हेल्थकेयर पेशेवरों के रूप में,हमारा कर्तव्य है कि हम न केवल हमारे रोगियों के स्वास्थ्य और कल्याण का प्रचार करें,बल्कि हमारे समुदायों और पर्यावरण के साथ हमारी देखभाल करें। डॉ.आशुतोष ने नारा देते हुए लोगो से अपील की हमारे समाज में पर्यावरण को भी भगवान की तरह पूजा जाता है,तो यात्रा के दौरान कूड़ा फैलाना किसी पाप से कम नही है। इस अवसर पर एनएमओ श्रीनगर और तामीर हल्द्वानी और एचएनबी के वॉलंटियर्स ने हिस्सा लिया। मेडिकल कॉलेज से यश जिंदल,दिया श्रीवास्तव,विशाल,परीक्षित राजपूत,दीपांशु, निष्ठा,पल्लव मौजूद रहे,वही एचएनबी से अभय रघुवंशी,राज,सार्थक,पार्थ और उदित ने हाथ बटाया।