प्रदीप कुमार
ऊखीमठ/श्रीनगर गढ़वाल। पंच केदारों में तृतीय केदार के नाम से विश्व विख्यात व चन्द्र शिला की तलहटी में बसे भगवान तुंगनाथ के कपाट वेद ऋचाओं व वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ 11: 30 मिनट पर ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये गये है। वरिष्ठ पत्रकार लक्ष्मण सिंह नेगी ने बताया कि कपाट खुलने के पावन अवसर पर 6 सौ से अधिक विभिन्न राज्यों के श्रद्धालु कपाट खुलने के साक्षी बने जबकि तुंगनाथ सहित सभी सहायक मन्दिरों को लगभग 8 कुन्टल फूलों से सुसज्जित किया गया तथा चोपता व भुजगली में विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया। तुंगनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद तुंगनाथ धाम सहित सभी यात्रा पड़ावों पर रौनक लौटने लगी है। शुक्रवार को भूतनाथ मन्दिर चोपता में ब्रह्म बेला पर विद्धान आचार्यों ने पंचाग पूजन के तहत अनेक पूजायें सम्पन्न कर भगवान तुंगनाथ सहित तैतीस कोटी देवी-देवताओं का आवाहन किया। ठीक 8.30 बजे भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली का भव्य श्रृंगार कर आरती उतारी तथा भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली भूतनाथ मन्दिर चोपता से कैलाश के लिए रवाना हुई। भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश रवाना होने पर भक्तों ने पुष्प,अक्षत्रो से अगुवाई की तथा लाल-पीले वस्त्र अर्पित कर मनौती मांगी। भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली ने सुरम्य मखमली बुग्यालों में नृत्य कर 11:30 बजे डोली अपने धाम पहुंची तथा मुख्य मन्दिर की तीन परिक्रमा कर सहायक मन्दिरों मे शीश नवाया तथा भगवान तुंगनाथ के कपाट वेद ऋचाओं व मंत्रोच्चारण के साथ ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये गये। कपाट खुलने के बाद मठापति रामप्रसाद मैठाणी सहित विद्धान आचार्यों ने अनेक पूजाये सम्पन्न की तथा 6 सौ से अधिक भक्तों ने भगवान तुंगनाथ के स्वयभू लिंग पर जलाभिषेक कर विश्व शान्ति व समृद्धि की कामना की। कपाट खुलने के पावन अवसर पर देहरादून निवासी सुरेन्द्र असवाल,अगस्तमुनि निवासी धीर सिंह नेगी,मक्कूमठ निवासी योगेन्द्र भण्डारी,जीतपाल भण्डारी के सहयोग से भगवान तुंगनाथ सहित सहायक मन्दिरों को 8 कुन्टल फूलों से सजाया गया तथा सामाजिक कार्यकर्ता नारायण दत्त जुयाल के नेतृत्व में लोक निर्माण विभाग ऊखीमठ द्वारा भुजगली में तथा अन्य भक्तों के द्वारा चोपता में विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया। भगवान तुंगनाथ के कपाट खुलने के पावन अवसर पर पहली बार रिकार्ड तोड़ भीड़ तुंगनाथ धाम पहुंची। भगवान तुंगनाथ के कपाट खुलते ही तुंगनाथ यात्रा पड़ावों पर रौनक लौटने लगी है। इस मौके पर राज्यमंत्री चण्डी प्रसाद भट्ट आचार्य लम्बोदर प्रसाद मैठाणी,प्रबन्धक बलवीर सिंह नेगी,क्षेत्र पंचायत सदस्य उषा भटट्,अनिल जिरवाण,बुद्धि बल्लभ सेमवाल,सर्वैश सेमवाल,राम सिंह रावत,चन्द्र मोहन बजवाल,प्रेम सिंह राणा,शंकर सिंह नेगी,भगवती प्रसाद सेमवाल दीपक बमोला,कुलदीप रावत,सदानन्द भट्ट,आशीष जोशी,महन्त राकेश गिरी,हरीश,जय सिंह चौहान,अजय आनन्द नेगी,मनोज मैठाणी,गायत्री देवी सहित देश-विदेश के सैकड़ों श्रद्धालु,हक-हकूकधारी व पंच पुरोहित मौजूद थे।