प्रदीप कुमार
ऋषिकेश/श्रीनगर गढ़वाल। सहायक निदेशक शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा डॉ.चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने कहा है कि शिक्षा के ढांचे को बचाए रखने के लिए शिक्षा सत्र की शुरुआत में प्रधानाचार्यों का पूरा ध्यान सरकारी विद्यालयों में छात्र नामांकन संख्या बढ़ाने पर होना चाहिए।
सहायक निदेशक आज नगर के विभिन्न विद्यालयों का निरीक्षण करते हुए श्री नेपाली संस्कृत महाविद्यालय के प्रवेश उत्सव समारोह को संबोधित कर रहे थे,उन्होंने कहा कि शिक्षा संविधान की समवर्ती सूची का विषय है, इसलिए यहां अधिकारों की मांग से पहले कर्तव्यों का निर्धारण होना चाहिए और समय की मांग के अनुसार सबसे बड़ा कर्तव्य इस समय सरकारी विद्यालयों एवं संस्कृत विद्यालयों में छात्र नामांकन संख्या बढ़ाने का है।
नव आगंतुक छात्रों को फूल माला पहनाते हुए डॉक्टर घिल्डियाल इतने भावुक हो गए कि उन्होंने बच्चों को गोद में भी उठाकर उनका उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि आने वाला समय विज्ञान के साथ-साथ अध्यात्म विद्याओं का है,इसलिए बिना किसी संकोच के अभिभावकों को सरकारी विद्यालयों एवं संस्कृत विद्यालयों में छात्रों का प्रवेश कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि 1 महीने के अंदर इस महाविद्यालय में कक्षा 6 से 12वीं तक 51 नए छात्रों का प्रवेश हुआ है ,जो काबिले तारीफ है,उन्होंने निर्देश दिया कि सितंबर 30 तारीख तक पढ़ाई के साथ-साथ प्रवेश भी जारी रहने चाहिए।
विद्यालय में पहुंचने पर सहायक निदेशक का फूल मालाओं से स्वागत करते हुए प्रबंधक ललित डंग ने कहा कि अधिकारियों के स्वयं इस प्रकार के कार्यक्रम में उपस्थित होने से विद्यार्थियों सहित विद्यालय परिवार का उत्साहवर्धन होता है,प्रधानाचार्य डॉ.ओम प्रकाश पूरवाल ने अधिकारी के सामने इस वर्ष का परिषदीय परीक्षाओं का परीक्षा परिणाम रखा जो लगभग शत प्रतिशत रहा, इस पर डॉक्टर घिल्डियाल ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए विद्यालय स्टाफ की तारीफ की। मौके पर विद्यालय के सभी शिक्षक,शिक्षिकाएं,कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।