श्रीकोट में घात लगाए गुलदार ने बच्ची को उठाकर ले गया सौ मीटर की दूरी पर मिली घायल बेहोश झाड़ियों के अंदर

 

प्रदीप कुमार

श्रीनगर गढ़वाल। श्रीकोट गंगानाली में बीती शुक्रवार को लगभग 8 बजे रात्रि को एक बच्ची को गुलदार ने अपना निवाला बना लिया था किंतु जाके राखें साइयां मार सके न कोई। श्रीकोट निवासी सोहन लाल की 7 वर्षीय पुत्री सिया को गुलदार आंगन से उठा ले गया मौके पर परिवारजनों ने हल्ला मचाना शुरू कर दिया जिससे अगल-बगल के लोगों के साथ साथ स्थानीय लोगों का जमावड़ा लग गया किन्तु स्थानीय लोगों के लगभग एक घंटे के रेस्क्यू से कोई सफलता हाथ नहीं लगी तभी फरिश्ता,देवदूत के रूप में सामाजिक सरोकारों से जुड़े क्षेत्र के लोकप्रिय फौजी भाई नाम से पहचान रखने वाले संजय कुमार फौजी जो कि आइटीबीपी फोर्स में 21 साल रहकर मां भारती की सेवाएं देने के उपरांत सेवानिवृत्त होने के बाद समाजसेवी के रूप में निस्वार्थ भाव से जन सेवा कर रहे हैं। फौजी भाई सच्ची समाज सेवक हैं। उन्होंने मौके पर स्थिति का जायजा लेते हुए अपनी सूझबूझ और अदम्य साहस का परिचय देते हुए अपनी जान जोखिम में डालकर टार्च लेकर झाड़ियों में घुसना शुरू किया और लगभग 15 से 20 मिनट के उनके प्रयास से सिया जो कि घर से लगभग 100 मीटर की दूरी अचेत अवस्था में पड़ी हुई थी फौजी भाई ने पलक झपकते ही सिया को अपने सीने से लगा लिया और जोर से चिल्लाए कि लड़की मिल गई है और जिंदा है उनकी इस आवाज से जहां स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली वहीं मां बाप के कानों में बेटी के जिन्दा होने के खबर लगते ही बच्ची की तरफ दौड़ पड़े इतने में संजय फौजी भाई बच्ची को सीने से लगाए बेस अस्पताल की तरफ दौड़ पड़े सच ही कहा गया है फौजी कभी रिटायर नहीं होता वो घर आकर भी समाज में एक प्रेरणा स्रोत होता है। निश्चित रूप से इस कसौटी पर संजय फौजी भाई को सभी क्षेत्र वासियों ने खरा उतरता देखा है आज इन्हीं के प्रयासों से श्रीकोट स्टेडियम हम सभी के सामने है इनके द्वारा समय समय पर स्कूली बच्चों की खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन करना बच्चा बच्चा जानता है। सामाजिक कार्यों की वजह से इन्हें गढ़वाल विश्वविद्यालय द्वारा सम्मानित किया गया है राष्ट्रीय स्तर के दो सम्मान इन्हें मिल चुके हैं इस प्रकार के समाजसेवी की जितनी भी प्रशंसा की जाय कम ही है। श्रीकोट बेस अस्पताल के डाक्टरों ने बच्ची का प्राथमिक उपचार के बाद ऋषिकेश एम्स के लिए रेफर कर दिया इस सारे घटनाक्रम में ऋषभ बिष्ट,जीत सिंह बिष्ट,मंगल सिंह,राहुल सोनी,निवर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष पूनम तिवाड़ी,विनोद मैठाणी,अंकित पुंडीर आदि। दुसरी तरफ एम्स ऋषिकेश में प्रदीप तिवाड़ी लगातार बने रहे फिलहाल बच्ची की हालत नाजुक बताई जा रही है। इस मामले का संज्ञान लेते हुए स्थानीय विधायक एवं उत्तराखंड सरकार में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने ऋषिकेश एम्स में डॉक्टरों को बालिका की देख रेख हेतु तैनात रहने के दिए निर्देश। सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची मौके पर वही दूसरी तरफ स्थानीय लोगों ने प्रशासन और वनविभाग पर खासा नाराजगी जताई। हालांकि आज सुबह वन विभाग के पौड़ी रेंज नागदेव वन क्षेत्राधिकारी ललित मोहन नेगी द्वारा गठित टीम में जगदीश नेगी वन दरोगा (खिर्सू अनुभाग),अरविंद रावत वन दरोगा,शीशपाल चौहान वन वीट अधिकारी,मनमोहन सिंह वन बीट अधिकारी द्वारा गुलदार को तत्काल पिंजरे में कैद कर लिया गया है।
श्रीकोट के क्षेत्रीय वासियों स्थानीय लोगों द्वारा कुछ दिन पूर्व 11मार्च 2024 ने उप जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा था