प्रदीप कुमार
जखोली/श्रीनगर गढ़वाल। वरिष्ठ उत्तराखण्ड़ राज्य आन्दोलनकारी बीरेंद्र भट्ट ने एसडीएम से विकासखण्ड जखोली सहित जनहित की विभिन्न समस्याओं को हल करने की मांग की है। कहा कि जल्द ही समस्याएं हल नहीं होने पर वे तहसील परिसर जखोली में आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। गुरुवार को तहसील जखोली में प्रभारी एसडीएम घिल्डियाल से शिष्टाचार भेंट करने गए राज्य आन्दोलनकारी बीरेंद्र भट्ट ने कहा कि विकासखण्ड़ जखोली सहित अन्य जनहित की विभिन्न समस्याओं से प्रभारी एसडीएम को अवगत कराया है। इस दौरान राज्य आन्दोलनकारी बीरेंद्र भट्ट ने कहा कि विकासखण्ड़ जखोली के विभिन्न गांवों में बंदरों की समस्या से लोग परेशान हैं। वन विभाग व प्रशासन को कई बार अवगत कराने के बाद भी समस्या का हल नहीं हो पा रहा है। एसडीएम ने बंदरों की समस्या हल करने के लिए वन विभाग से वार्ता करने का आश्वासन दिया। उन्होंने एसडीएम से जखोली तहसील के लिए पूर्णकालिक एसडीएम नियुक्त करने, राजकीय महाविद्यालय जखोली में विज्ञान संकाय शुरू करने, राजकीय पालीटेक्निक जखोली में विभिन्न ट्रेड स्वीकृत करवाने,आईटीआई चिरबटिया में तैनात एक मात्र अनुदेशक को मतदान सम्बन्धी कार्यों को संचालित करने के लिए तहसील जखोली में सम्बद्ध करने से आईटीआई चिरबटिया में ताला लगा हुआ है,जिससे वहां अध्ययनरत बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है। आईटीआई चिरबटिया में तैनात अनुदेशक को वापस भेजने,दिल्ली से घनसाली होते हुए जखोली के लिए परिवहन निगम की बस सेवा स्वीकृति मिलने के बाद भी शुरू न किये जाने, समूह ग के 900 से अधिक पदों पर विज्ञप्ति जारी कर मात्र 800 पदों पर नियुक्ति पत्र जारी किये गये,जो बेरोजगारों के साथ एक बहुत बड़ा धोखा किया गया, इस पर भी उन्होंने शासन स्तर पर कार्यवाही करने की मांग की। राज्य आन्दोलनकारी बीरेंद्र भट्ट ने ऋषिकेश एम्स में 700 पदों पर बाहरी राज्यों के अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने सहित कई अन्य जनहित की विभिन्न समस्याओं पर शीघ्र कार्रवाई नहीं होने पर आन्दोलन की चेतावनी दी है। इस मौके पर राज्य आन्दोलनकारी हयात सिंह राणा आदि शामिल रहे।