रुड़की।ज्योतिष मंदिरम् में श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के शुभ अवसर पर चल रही श्री राम कथा के चतुर्थ दिवस पर कथा व्यास आचार्य रमेश सेमवाल जी महाराज ने रामचरित्र मानस के चरित्र के बारे में वर्णन करते हुए कहा कि श्री राम चरित्र को धारण करने से मनुष्य का कल्याण होना निश्चित है।श्री राम चरित्र मानस में श्री राम,श्री लक्ष्मण,श्री भरत,श्री शत्रुघ्न,श्री माता सीता,श्री माता कौशल्या,केकई,सुमित्रा का चरित्र धारण करने योग्य है। इन चरित्र को धारण करने से संपूर्ण मानव का कल्याण होगा।आचार्य सेमवाल ने बाल्मीकि रामायण में श्री राम जी के बताए गए गुणों का वर्णन करते हुए कहा कि ये लोगों में नेतृत्व क्षमता बढ़ाने व किसी भी क्षेत्र में अगुवाई करने के अहम सूत्र है।वाल्मीकि जी ने नारद जी से प्रश्न किया कि इस लोक में कौन ऐसा मनुष्य है जो गुणवान,वीर्यवान,धर्मज्ञ,कृतज्ञ,सत्यवादी और दृढ़व्रत होने के साथ-साथ सदाचार से युक्त हो,जो सब प्राणियों का हितकारक हो,साथ ही विद्वान,समर्थ और प्रियदर्शन भी हो।उत्तर में नारद जी कहते हैं कि इक्ष्वाकु वंश में उत्पन्न श्री राम में यह सभी गुण है।श्री राम के सोलह गुण जो हर आदर्श पुरुष में होने चाहिए।श्री राम एक आदर्श पुत्र हैं।पिता की आज्ञा उनके लिए सर्वोपरि है।पति के रूप में श्री राम ने सदैव एक पत्नीव्रत का पालन किया।राजा के रूप में प्रजा के हित के लिए स्वयं के हित को हेय समझा।आचार्य सेमवाल ने बताया कि कथा के अंतिम दिन 1008 दीपक जलाए जाएंगे तथा विशाल भंडारे के साथ ही राष्ट्र कल्याण के लिए विशेष यज्ञ का आयोजन होगा।इस अवसर पर निवर्तमान मेयर गौरव गोयल,नरेंद्र भारद्वाज,पंडित राजकुमार दुखी,रेनू शर्मा,राधा भटनागर,सुलक्षणा सेमवाल,प्रतीक्षा वर्मा,गौरव वर्मा व सोनिया राणा आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।