रुड़की।ज्योतिष गुरुकुलम में चल रही श्री राम कथा के पंचम दिवस पर कथा व्यास आचार्य रमेश सेमवाल जी महाराज ने कहा कि भारत भूमि श्री राम की भूमि है।श्री राम के बिना भारत भूमि की कल्पना नहीं की जा सकती।भारत भूमि श्री राम के बिना अधूरी है और श्री राम भारत के कण-काण में विराजमान है।श्री राम की शक्ति श्री राम तत्व के बिना किसी का कल्याण नहीं हो सकता।प्रभु श्री राम का अवतार राष्ट्र कल्याण के लिए हुआ है,संपूर्ण मानव जाति के कल्याण के लिए भगवान ने अवतार लिया।श्री राम भारत की आत्मा है।अयोध्या में बन रहा श्री राम मंदिर युवा शक्ति को सनातन संस्कृति से जोड़ेगा,श्री राम की संस्कृति प्रेम की संस्कृति है।संस्कारों व माता-पिता की सेवा की संस्कृति है।भाई-भाई में प्रेम और राष्ट्र प्रेम की संस्कृति है।पति-पत्नी के प्रेम तथा सबको गले लगाने की संस्कृति है,जहां कोई छोटा बड़ा नहीं है वही तो राम राज्य है।राम राज्य में किसी को कोई कष्ट नहीं होता है,सब सुखी होते हैं।चींटी से लेकर मनुष्य तक सब एक साथ रहते हैं और सुखी रहते हैं,क्योंकि प्रभु श्री राम का राम राज्य सबके सुखों का मूल आधार है।प्रभु श्री राम की संस्कृति प्रेम की संस्कृति है।22 जनवरी 2024 का दिन विश्व के इतिहास में एक नया अध्याय लिखेगा,जिसमें श्री राम की शक्ति हम सबको प्रेरणा देगी।अयोध्या का राम मंदिर एक नई दिशा दशा देगा और एक नई संस्कृति का उदय होगा।पांच सौ सालों के बाद नई ऊर्जा के साथ श्री राम की शक्ति का संरक्षण होगा।कथा व्यास ने युवा शक्ति का आह्वान किया कि वह श्री राम के संस्कारों से प्रेरणा लेकर राष्ट्र के संकल्पों को साकार करें राष्ट्र के लिए चिंतन करें।राष्ट्र को आगे बढ़ाने के लिए श्री राम जी के गुणों को धारण करें।श्री राम जी के गुणों को धारण करने से व्यक्ति के अंदर ऊर्जा शक्ति,संस्कार,ज्ञान बुद्धि विवेक का संचरण होता है। राम शक्ति राष्ट्र शक्ति है।राम की चेतना राष्ट्र की चेतना है।राम का चरित्र राष्ट्र का चरित्र होना चाहिए तभी हम सबका कल्याण होगा।कथा 22 जनवरी तक चलेगी,जिसमें विशाल यज्ञ होगा 1008 दीपक जलाए जाएंगे।कथा में उत्तराखंड विश्व हिंदू महासंघ भारत के सदस्यों द्वारा कथा व्यास का स्वागत किया गया।विशेष रूप से अनुराग धीमान अध्यक्ष उत्तराखंड विश्व हिंदू महासंघ,वैभव शर्मा प्रभारी उत्तराखंड, अक्षत धीमान प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य,सचिव मीडिया प्रकोष्ठ तरुण शर्मा,कार्यकारिणी सदस्य विश्व हिंदू महासंघ भारत द्वारा सम्मान किया गया।इस अवसर पर गगन आहूजा,नरेश शास्त्री,प्रवीन शास्त्री,राम विलोचन शास्त्री,इंद्रमणि सेमवाल, सुलक्षणा सेमवाल,अदिति सेमवाल,राधा भटनागर, चित्रा गोयल,नरेंद्र भारद्वाज, राजेंद्र खारवाल,सोनिया पुण्डीर,गौरव वर्मा,मीरा वर्मा आदि उपस्थित रहे।