नारी का सम्मान और अच्छे संस्कारों को जीवन में उतारें –आचार्य ममगांई*

*प्रदीप कुमार

जखोली/श्रीनगर गढ़वाल। विकासखण्ड जखोली की ग्राम पंचायत पालाकुराली में चल रही भागवत कथा के तीसरे दिन सोमवार को चारधाम विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष श्री बद्रीकाश्रम व्यासपीठ से सम्मानित आचार्य पंडित शिव प्रसाद ममगांई ने कहा कि जहां पर नारी का सम्मान होता है,वहां पर लक्ष्मी का वास होता है और परिवार में संपन्नता बनी रहती है, एवं जहां पर नारी का अपमान होता है,वहां दरिद्रता अपने पांव पसार लेती है। उन्होंने कहा कि घर परिवार में भक्ति का माहौल रहना जरूरी है,जिससे घर के बच्चों में अच्छे संस्कार पड़ सके,क्योंकि बच्चे जैसा घर का वातावरण देखते हैं वैसा ही उनके कोमल हृदय पर प्रभाव पड़ता है। घर का माहौल शांतचित व्यसन मुक्त रहता है,तो बच्चे भी उसी अनुसार अनुशरण करते हैं। उन्होंने उन्होंने दक्ष प्रजापति और भगवान शिव की कथा का भक्तों को प्रसंग सुनाते हुए कहा कि जहां बेटियों का सम्मान नहीं होता है वह यज्ञ किस काम का है। इस दौरान कथा में राशिसं के पूर्व मण्डलीय मंत्री शिव सिंह नेगी ने कहा कि अगर किसी व्यक्ति पर कोई दुराचारी अन्याय करता है तो वो गलत है परन्तु उसे सहन करना भी पाप है। उन्होंने कहा कि अन्याय के विरुद्ध लड़ना मानव धर्म है और यही भाव भगवान श्रीकृष्ण ने गीता के उपदेश में अपने प्रिय धनुरधारी अर्जुन को सुनाए। इस अवसर पर आयोजक किशोर सिंह राणा, राशिसं के पूर्व मण्डलीय मंत्री शिव सिंह नेगी, कृपाल सिंह राणा,आचार्य पंडित भानु प्रकाश ममगांई,विजेन्द्र ममगांई, संदीप बहुगुणा,कपूर सिंह राणा,डा.गुलाब सिंह राणा सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।