श्रीनगर नगर निगम प्रशासन की लापरवाही से सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई

प्रदीप कुमार

श्रीनगर गढ़वाल। ऐतिहासिक श्रीनगर शहर के विभिन्न वार्डों में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। शहर में जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर बीमारियों को न्योता दे रहे हैं। साथ ही लोगों का कूड़े से उठती दुर्गंध के कारण आवाजाही करना भी मुश्किल हो गया है। नगर निगम सफाई व्यवस्था के लाख दावे कर रहा है,लेकिन हकीकत यह है कि कई दिनों तक वार्डों से कूड़ा नहीं उठाया जाता है।
नगर निगम प्रशासन की लापरवाह कार्यप्रणाली के कारण लोगों में गुस्सा पनप रहा है। आमजन लोगों का कहना है कि पहले ही तमाम बीमारियां नगर क्षेत्र में चारों ओर फैल रही हैं। ऐसे में अगर गंदगी के कारण नई महामारी सामने आती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। बता दें कि नगर निगम की ओर से सभी वार्डों में घर-घर कूड़ा उठान पर हर महीने लाखों रुपये खर्च किया जा रहे हैं। बावजूद इसके कई वार्डों में कूड़े के ढेर आसानी से देखे जा सकते हैं। जिससे उठने वाली दुर्गंध नाक में दम कर देती है। श्रीनगर शहर में फैल रही गंदगी का कारण कूड़े के वाहन का नियमित रूप से घर-घर न पहुंचना है। इससे लोग नजदीक ही सड़क किनारे या खाली प्लॉट में कूड़ा डाल रहे हैं। नियमित रूप से कूड़े का उठान नहीं हो पाने से गंदगी पसर रही है। न्यू कमलेश्वर मौहल्ला के नेत्र चिकित्सालय के पास हफ्ते भर तक कूड़े का ढेर लगा रहता है। जिससे संक्रामक बीमारियों का खतरा बना हुआ है। कूड़े के ढेर के पास बेसहारा पशु और कुत्ते मंडराते रहते हैं। स्थानीय न्यू कमलेश्वर मौहल्ला निवासी शिव सिंह नेगी,जसपाल सिंह चौहान, गंभीर सिंह रौतेला, लाल सिंह नेगी,डॉ.ताजबर सिंह कण्डारी, वीरेंद्र सिंह राणा,गोपाल रौतेला आदि ने नगर निगम के अधिशासी अधिकारी से अविलंब सफाई व्यवस्था सुचारू रूप से करने की मांग की है। ऐसा न करने पर मौहल्ला निवासियों ने नगर निगम प्रशासन के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है।