प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। टिहरी जिले की लोस्तू पट्टी के रिगोली गांव में बारह साल बाद ग्रामीणों द्वारा भगवान घंडियाल देवता की पौराणिक जात का आयोजन किया किया। इस आध्यात्मिक एवं पारंपरिक परंपराओं के धनी गांव ने आज भी हमारी संस्कृति को जीवित रखा है। 22 दिसंबर से 27 दिसंबर तक चलने वाली इस आस्था का प्रतीक धार्मिक जात का शुभारंभ स्थानीय विधायक विनोद कंडारी द्वारा किया गया। कार्यक्रम को भव्य एवं दिव्य बनाने के लिए राजकीय इंटर कॉलेज रिगोली के प्रधानाचार्य शिरोमणि सिंह के दिशा निर्देशन में तथा सयोजक जोत सिंह बंगारी प्रवक्ता इतिहास और रश्मि कोठियाल फोंदनी प्रवक्ता अर्थशास्त्र एवं अध्यापिका आंचल वर्मा और अनिता बहुगुणा के सहयोग से छात्र- छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रंगारंग प्रस्तुति दी। इन कलाकारों द्वारा दी गईं सुंदर प्रस्तुति से दर्शक मंत्र-मुग्ध हो गए तथा स्थानीय ग्रामीणों द्वारा बहुत ही सराहना की गई। इस आयोजन में लगभग 40 छात्र-छात्राओं के साथ साथ गांव के 300 परिवारों ने प्रतिभाग किया। इस आध्यात्मिक आयोजन को सफल बनाने में स्थानीय विद्यालयों द्वारा रंगारंग प्रस्तुति, संस्कृति विभाग द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम, स्वास्थ्य विभाग द्वारा निशुल्क कैंप का आयोजन कर महत्वपूर्ण योगदान दिया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में किरण, मुस्कान, प्रिया, जिया, दीपराज, अंकुश, हिमांशु, रोबिन आदि ने रंगारंग प्रस्तुति दी। क्षेत्र के समस्त जनमानस एवं जनप्रतिनिधियों ने इस पौराणिक जात में देवी देवताओं से क्षेत्र के चौमुखी विकास और सुख शांति की कामना की।