Dehradun – ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के अंतर्गत आज रियल एस्टेट सेक्टोरल सत्र का आयोजन किया गया। इस दौरान विभिन्न कंपनियों के साथ एमओयू भी किए गए। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री प्रेमचंद अग्रवाल ने निवेशकों का उत्तराखण्ड में स्वागत करते हुए कहा कि हमारा प्रदेश असीम संभावनाओं से भरा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में विकसित भारत के संकल्प में एक छोटी सी आहूति उत्तराखण्ड भी इस समिट के जरिए दे रहा है। उन्होंने सभी उद्यमियों से उत्तराखण्ड में निवेश करने का आह्वान किया।
भारत सरकार के आवास एवं विकास मंत्रालय के आर्थिक सलाहकार श्री दिनेश कपिला ने कहा कि वर्ष 2016 में रेरा कानून के आने के बाद इस सेक्टर को रेगुलेट किया गया। रेरा के आने के बाद इस क्षेत्र में पहले की तुलना में लोगों में अधिक विश्वास पैदा हुआ है। अपर मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन ने कहा कि आने वाले दिनों में दिल्ली-देहरादून के मध्य इकोनॉमिक कॉरिडोर का निर्माण पूरा होने पर इन दोनों शहरों के बीच की दूरी ढाई घंटे में पूरी हो सकेगी। दिल्ली एनसीआर के सबसे करीबी कैपिटल सिटी होने का भी निश्चित रूप से उत्तराखण्ड को लाभ मिलता है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में बेहतर कानून व्यवस्था, शानदार वातावरण निवेशकों के लिए मुफीद है। राज्य में चारधाम ऑल वेदर रोड के बनने के बाद जहां कनेक्टिविटी बेहतर हुई है तो एयर कनेक्टिविटी के क्षेत्र में भी अभूतपूर्व कार्य हो रहे हैं। इस अवसर पर आवास सचिव श्री एस.एन पांडेय, टिहरी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री प्रकाश चंद दुम्का, एमडीडीए के सचिव श्री एमएस बर्निया आदि उपस्थित थे। इसके उपरांत पैनल डिस्कशन के माध्यम से उत्तराखण्ड में रियल एस्टेट सेक्टर में संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
पैनल डिस्कशन में प्रतिभाग करते हुए अपर मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन ने कहा कि राज्य में सात हजार हेक्टेयर का लैंड बैंक तैयार किया जा रहा है ताकि उद्योगों की मूलभूत आवश्यकता को पूर्ण किया जा सके। इस दौरान ओमैक्स ग्रुप के एमडी श्री मोहित गोयल, रहेजा डेवलपर के एमडी श्री नवीन रहेजा, डीएस ग्रुप के हेड ऑफ हॉस्पिटलिटी श्री नेथन एंड्रूज, अंतरा सीनियर लिविंग के डिप्टी सीईओ श्री अजीत अग्रवाल एवं अलडेको के सीईओ श्री रोहित किशोर उपस्थित रहे।