तुंगनाथ घाटी के उषाडा में 32 वर्षों के बाद पांडव नृत्य का आयोजन

प्रदीप कुमार

ऊखीमठ/श्रीनगर गढ़वाल। तुंगनाथ घाटी की ग्राम पंचायत उषाडा में 32 वर्षों बाद आयोजित पाण्डव नृत्य में प्रतिदिन विभिन्न गांवों के सैकड़ों श्रद्धालु शामिल होकर पुण्य अर्जित कर रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार लक्ष्मण सिंह नेगी ने बताया कि उषाडा गाँव में पाण्डव नृत्य के आयोजन से तुंगनाथ घाटी का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है तथा धियाणियो व प्रवासियों के उषाडा गाँव की ओर रूख करने से गांव की चौपालो में धीरे – धीरे रौनक लौटने लगी है। पाण्डव नृत्य कमेटी द्वारा आने वाले दिनों में विभिन्न कार्यक्रमों की तिथि निर्धारित की गयी है! आगामी 6 दिसम्बर को दुर्योधन वध व पाण्डवों के अस्त्र – शस्त्र विसर्जित के साथ पाण्डव नृत्य का समापन होगा! 14 नवम्बर से शुरू हुए पाण्डव नृत्य में बाल – विनायक – अनिकेत, श्रीकृष्ण – जगदीश बजवाल, युधिष्ठिर – देवेन्द्र बजवाल, अर्जुन – योगेन्द्र बजवाल, भीम – शिशुपाल बजवाल, नकुल – दरवान सिंह, सहदेव – योगेन्द्र बजवाल, द्रोपती – सुमित बजवाल, हनुमान – धनसिंह, बबरीक – गजेन्द्र सिंह, नागार्जुन – राजेन्द्र नेगी, नागार्जुनी – दर्शन सिंह, सुभद्रा – प्रमोद सिंह, गौरा – प्रकाश सिंह, वासुदन्ता – सतवीर सिंह, फुलारी – मनोज नेगी तथा कुन्ती गोदाम्वरी देवी द्वारा पाण्डव पश्वाओ की भूमिका अदा की जा रही है जानकारी देते हुए प्रधान कुवर सिंह बजवाल ने बताया कि ग्रामीणों व पाण्डव नृत्य कमेटी द्वारा 1 दिसम्बर से 6 दिसम्बर तक आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के लिए तिथियाँ निर्धारित की गयी है। पाण्डव नृत्य कमेटी अध्यक्ष महावीर सिंह बजवाल ने बताया कि 3 दिसम्बर को गौण्डा कौथिग, 4 दिसम्बर को गंगा स्नान, 5 दिसम्बर को मोरू नारेण पूजा, हाथी कौथिग का आयोजन किया जायेगा। पाण्डव लीला कमेटी अध्यक्ष प्रदीप बजवाल ने बताया कि पाण्डव नृत्य के साथ – साथ आगामी 1 दिसम्बर से पाण्डव लीला का मंचन भी किया जायेगा। उन्होंने बताया कि 1 दिसम्बर रात्रि को शिशुपाल वध, 2 दिसम्बर को चौसर बाजी, 3 दिसम्बर को द्रोपदी चीर हरण, 4 दिसम्बर को जयद्रथ वध, 5 दिसम्बर को कृष्ण – सुदामा लीला तथा 6 दिसम्बर को दोपहर में दुर्योधन वध लीलाओं का मंचन किया जायेगा। देखरेख समिति सरपंच राजेन्द्र सिंह बजवाल,वन पंचायत सरपंच देवेन्द्र,कोषाध्यक्ष भरत सिंह बजवाल,महिला मंगल दल अध्यक्ष सुलोचना देवी,नव युवक मंगल दल अध्यक्ष बृज मोहन बजवाल,चन्द्र मोहन बजवाल, दिनेश बजवाल,जसवीर बजवाल,प्रतिपाल बजवाल सहित उषाडा़ गाँव के सभी ग्रामीणों ने पाण्डव नृत्य व पाण्डव लीला मंचन में आम जनमानस से सहभागिता का आवाहन किया है।