राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के तहत संविधान दिवस के अवसर पर तहसील परिसर श्रीनगर में विधिक जागरूकता शिविर आयोजित किया गया

प्रदीप कुमार

श्रीनगर गढ़वाल। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण नैनीताल एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार 26 नवंबर को संविधान दिवस के अवसर पर सिविल जज रजनीश मोहन के नेतृत्व में तहसील परिसर श्रीनगर में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सिविल जज रजनीश मोहन द्वारा संविधान के महत्व पर प्रकाश डाला गया एवं नागरिकों को उनके संवैधानिक अधिकारों व कर्तव्यों के बारे में बताया गया।
उन्होंने कहा कि भारत का संविधान देश के सर्वोच्च कानून, मौलिक ,राजनीतिक संहिता, संगठनात्मक संरचना संचालन प्रक्रियाओं और सरकारी संस्थाओं की जिम्मेदारी के साथ-साथ मौलिक अधिकारों मार्गदर्शक सिद्धांतों और नागरिकों के कर्तव्यों को परिभाषित करने के लिए रूपरेखा परिभाषित करता है।
उन्होंने कहा कि यह दुनिया का सबसे लंबा लचीला व लिखित राष्ट्रीय संविधान है। ‌‌
गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि संविधान द्वारा प्रदत्त मौलिक अधिकारों के विषय में सभी नागरिकों को ज्ञान होना ही चाहिए साथ ही मौलिक कर्तव्यों का पालन कर नागरिकों को राष्ट्र के प्रति समर्पित भी रहना चाहिए।
इस अवसर पर बार एसोसिएशन श्रीनगर के संरक्षक अनूप श्री पांथरी, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रमेश चंद्र जोशी, तहसीलदार हरिश्चंद्र जोशी,नायब तहसीलदार बसु लाल टम्टा, एडवोकेट भूपेंद्र पुंडीर, आर.पी. थपलियाल, प्रदीप मैठाणी, विकास कठैत, ज्योतिष घिल्डियाल रीडर, आनंद प्रसाद सती उपनल कर्मचारी, पीएलवी सदस्य प्रीति बिष्ट, पूनम हटवाल आदि मौजूद रहे।