मदमहेश्वर उत्सव मेला सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ समापन

प्रदीप कुमार

ऊखीमठ/श्रीनगर गढ़वाल। द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश से शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ आगमन पर मनसूना में आयोजित तीन दिवसीय मदमहेश्वर मेले की अन्तिम भजन संध्या उत्तराखण्ड सुप्रसिद्ध लोक गायिका मीना राणा व धनराज शौर्य के नाम रही। उनके द्वारा प्रस्तुत धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का दर्शकों ने देर रात तक भरपूर आनन्द उठाया। अन्तिम भजन संध्या व पुरूस्कार वितरण के साथ मनसूना में आयोजित तीन दिवसीय मदमहेश्वर मेले का समापन हो गया है। मदमहेश्वर घाटी के मनसूना में आयोजित तीन दिवसीय मदमहेश्वर मेले की अन्तिम भजन संध्या में बतौर मुख्य अथिति शिरकत करते हुए उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध उद्योगपति व मुख्यमंत्री के पूर्व औघौगिक सलाहकार डॉ.के.एस.पंवार ने कहा कि मनसूना में आयोजित तीन दिवसीय मदमहेश्वर मेला स्थानीय जनता व मेला समिति के अथक प्रयासों से भव्य रूप लेने लगा है तथा धार्मिक मेलों के संरक्षण व संवर्धन के लिए सामूहिक पहल होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के मेलो के आयोजन से नौनिहालों व उभरते कलाकारों को उचित मंच मिलता है। विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा ने कहा कि धार्मिक मेले हमारी पौराणिक संस्कृति के द्योतक है इसलिए इन्हें जीवित रखने से जनमानस में नया उर्जा का संचार होता है। जय मां काली मदमहेश्वर घाटी जीप टैक्सी यूनियन अध्यक्ष प्रकाश पंवार ने कहा कि मेले मिलन का त्यौहार होते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधान मनसूना देवेन्द्र पंवार ने कहा कि उत्तराखण्ड में मदमहेश्वर धाम व मदमहेश्वर घाटी की विशिष्ट पहचान है। मेला समिति अध्यक्ष संजय मनवाल ने तीन दिवसीय मदमहेश्वर मेले के समपन्न होने पर सभी अतिथियों, जनप्रतिनिधियों, व्यापार संघ, पुलिस प्रशासन विभिन्न विभागों व जनमानस का आभार व्यक्त किया। मदमहेश्वर मेले की अन्तिम भजन संध्या में उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध गायिका मीना राणा व धनराज शौर्य ने अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रसतुति दी जिसका दर्शकों ने देर रात तक भरपूर आनन्द उठाया। भजन संध्या में प्रसिद्ध संगीतकार संजय कुमोला, शैलेन्द्र, कुन्दन, अजीत, महेश, गोविन्द ने संगीत पर साथ दिया जबकि कार्यक्रम का संचालन मेला सचिव दलवीर नेगी ने किया। इस मौके मुख्यमंत्री के पूर्व औघौगिक सलाहकार डॉ.के.एस.पंवार की धर्मपत्नी राजेश्वरी देवी पंवार, पुत्र सन्दीप पंवार, पुत्र बधू सुनिधि पंवार, मेला संयोजक फगण सिंह पंवार उपाध्यक्ष राकेश धिरवाण, मीडिया प्रभारी योगेन्द्र भटट्, कोषाध्यक्ष नर्मदा देवी, प्रधान कविल्ठा अरविन्द राणा, राजेश्वरी देवी, सरोज भटट्, क्षेपस सोमेश्वरी भटट्, बृजेश पन्त,संजय भटट्,लवीश राणा,नरेन्द्र पंवार,जयवन्त बिष्ट,कमलेश पंवार,धीरेन्द्र थपलियाल कैलाश पंवार,अंजू थपलियाल सहित मेला समिति पदाधिकारी, सदस्य,जनप्रतिनिधि व ग्रामीण व मौजूद थे।