भगवान मंदमहेश्वर चल विग्रह डोली शीतकालीन गददी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान

प्रदीप कुमार

ऊखीमठ/श्रीनगर गढ़वाल। पंच केदारो में द्वितीय केदार के नाम से विख्यात भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में सैकड़ों श्रद्धालुओं की जयकारों व विद्वान आचार्यों के वेद ऋचाओं के साथ विराजमान हो गयी है। भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के ऊखीमठ आगमन पर मन्दिर समिति द्वारा ओकारेश्वर मन्दिर को 8 कुन्तल फूलों से भव्य रूप दिया गया है,दोपहर बाद भगवान बूढा़ महमहेश्वर की डोली ने भक्तों को आशीष दिया जबकि रविवार से भगवान मदमहेश्वर की शीतकालीन पूजा विधिवत शुरू होगी। शनिवार को ब्रह्म बेला पर मदमहेश्वर धाम के प्रधान पुजारी बागेश लिंग ने गिरीया गाँव में पंचाग पूजन के तहत भगवान मदमहेश्वर सहित 33 कोटि देवी-देवताओं का आवाहन कर आरती उतारी तथा निर्धारित समय पर भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली गिरीया से शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर के लिए रवाना हुई। भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के फापज,सलामी गाँव सहित विभिन्न यात्रा पड़ाव आगमन पर ग्रामीणों ने पुष्प अक्षत्रो से भव्य स्वागत किया तथा लाल-पीले वस्त्र अर्पित कर तथा विभिन्न पूजा सामग्रियों से अर्घ्य अर्पित कर क्षेत्र के समृद्धि की कामना की। भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के मंगोलचारी पहुंचने पर रावल भीमाशंकर लिंग परम्परा के अनुसार भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली पर सोने का छत्र चढ़ाया। तथा ग्रामीणों द्वारा मंगोलचारी, ब्राह्मण खोली, डगवाडी आगमन पर पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत कर क्षेत्र के खुशहाली की कामना की। दोपहर दो बजे भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में विराजमान हुई जहाँ पर हजारों भक्तों ने डोली के दर्शन कर पुण्य अर्जित किया तथा रावल भीमाशंकर लिंग ने मदमहेश्वर धाम के प्रधान पुजारी बागेश लिंग का छ: माह मदमहेश्वर धाम में पूजा करने के संकल्प से मुक्त किया। रविवार से भगवान मदमहेश्वर की शीतकालीन पूजा विधि-विधान से शुरू होगी। इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चण्डी प्रसाद भटट्, मन्दिर समिति उपाध्यक्ष किशोर पंवार, सदस्य श्रीनिवास पोस्ती, कार्यधिकारी आर.सी.तिवारी,बद्रीनाथ धाम के धर्माधिकारी राधा कृष्ण थपलियाल,ओकार शुक्ला,मुख्य प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्वाण, प्रशासनिक अधिकारी रमेश नेगी,प्रधान पुजारी शिव शंकर लिंग,शिव लिंग,मदन पंवार,वेदपाठी विश्व मोहन जमलोकी,नवीन मैठाणी,डोली प्रभारी पारेश्वरी त्रिवेदी,बीरेन्द्र पंवार,शिव सिंह रावत,देवानन्द गैरोला,महेश बर्त्वाल प्रधान योगेन्द्र नेगी, विजयपाल नेगी, सन्दीप पुष्वाण, दमयन्ती भटट्, प्रबन्धक प्रकाश पुरोहितपुरोहित,बलवीर नेगी, खुशहाल सिंह नेगी,व्यापार संघ अध्यक्ष राजीव भटट्,रमेश चन्द्र सेमवाल सहित गौण्डार,रासी व उनियाणा के हक-हकूकधारी, जनप्रतिनिधि,मन्दिर समिति के अधिकारी, कर्मचारी व हजारों श्रद्धालु,मौजूद थे।